Mamata Machinery IPO Listing: प्लास्टिक बैग और पाउच के लिए मशीन बनाने वाली ममता मशीनरी के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई और पहले ही दिन आईपीओ निवेशकों का पैसा ढाई गुना से अधिक हो गया। इसके आईपीओ को भी ओवरऑल 194 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 243 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 600.00 रुपये और NSE पर 600.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 146.91 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Mamata Machinery Listing Gain) मिला।
लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 629.95 रुपये (Mamata Machinery Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर आज बंद भी हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 159.24 फीसदी मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 12 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।
Mamata Machinery IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
ममता मशीनरी का ₹179.39 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-23 दिसंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 194.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 235.88 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 274.38 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 138.08 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 153.27 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 73,82,340 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है यानी कंपनी को आईपीओ से कोई पैसा नहीं मिला है।
Mamata Machinery के बारे में
अप्रैल 1979 में बनी ममता मशीनरी प्लास्टिक बैग और पाउच बनाने वाली मशीनें बनाती है। इसका कारोबार दुनिया भर में फैला हुआ है। इसके ग्राहक बालाजी वेफर्स, सनराइज पैकेजिंग, लक्ष्मी स्नैक्स और एमिरेट्स नेशनल फैक्ट्री फॉर प्लास्टिक इत्यादि हैं। इसने 75 से अधिक देशों को अपनी मशीनों का निर्यात किया है। इसके सेल्स एजेंट्स यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और एशिया के पांच देशों में हैं और इंटरनेशनल ऑफिस फ्लोरिडा के ब्रेंडेंटन और इलिनोइस के मोंटेगोमरी में हैं। इसके अलावा मशीन बनाने की दो मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी में से एक भारत और दूसरी अमेरिका में है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 21.7 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 22.51 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 36.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 10 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 241.31 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 0.22 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 29.19 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।