Marico Share Price: पैराशूट, सफोला, लिवॉन जैसे ब्रांड्स की मालिक मैरिको के शेयर में 6 अगस्त को 6 प्रतिशत की गिरावट दिखी। कंपनी भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी कारोबार करती है, जिनमें बांग्लादेश भी शामिल है। शेयर में गिरावट की अहम वजह बांग्लादेश में चल रहा राजनीतिक संकट है। पड़ोसी मुल्क की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद राष्ट्र की बागडोर सेना ने संभाली हुई है। अब बांग्लादेश की आर्मी अंतरिम सरकार बनाएगी।
मैरिको के इंटरनेशनल कारोबार में बांग्लादेश की अहम भूमिका है। कंपनी के कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में बांग्लादेश के बाजार की हिस्सेदारी 12 प्रतिशत है। स्टैंडअलोन बेसिस पर इंटरनेशनल बिजनेस के मामले में कंपनी के कुल रेवेन्यू में बांग्लादेश का योगदान 44 प्रतिशत है। बांग्लादेश में चल रही उथलपुथल से कंपनी की बिक्री को नुकसान होने का अनुमान है। कंपनी ने कहा है कि वित्त वर्ष 2022 के अंत में उसके इंटरनेशनल रेवेन्यू में बांग्लादेश से योगदान 51 प्रतिशत था। कंपनी इसे वित्त वर्ष 2027 के अंत तक घटाकर 40 प्रतिशत पर लाना चाहती है।
मार्केट कैप गिरकर ₹81500 करोड़
6 अगस्त को Marico का शेयर बीएसई पर बिना किसी उतार चढ़ाव के 672.40 रुपये पर खुला। दिन में यह पिछले बंद भाव से 7 प्रतिशत तक लुढ़का और 626.40 रुपये के लो तक चला गया। कारोबार खत्म होने पर शेयर 6 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ 629.95 रुपये पर सेटल हुआ।कंपनी का मार्केट कैप 81500 करोड़ रुपये है। जून 2024 के आखिर तक मैरिको में प्रमोटर्स के पास 59.28 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
जून तिमाही में मैरिको का मुनाफा 9% बढ़ा
मैरिको ने 5 अगस्त को अप्रैल-जून 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए थे। कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 8.71 प्रतिशत बढ़कर 474 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में शुद्ध मुनाफा 436 करोड़ रुपये रहा था। जून 2024 तिमाही के दौरान कंपनी की ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड आय सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत बढ़कर 2,643 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 2,477 करोड़ रुपये थी।