बाजार भूराजनीतिक तनाव के बीच 1.5% गिरा, रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा
BSE Large-cap Index में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई। बर्जर पेंट्स इंडिया, हिंदुस्तान जिंक, एबीबी इंडिया, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और अदाणी ग्रीन एनर्जी में कमजोरी के कारण इसमें गिरावट रही। BSE Mid-cap Index 2.2 प्रतिशत फिसल गया। मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, क्रिसिल, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज में कमजोरी के कारण गिरावट रही
हफ्ते के दौरान FIIs ने 11,867.03 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DII ने 9036.33 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। इस महीने में अब तक FIIs ने 22,229.49 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DII ने 21,268.96 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी
Market This Week : एक और छोटे हफ्ते में बाजार ने चार सप्ताह की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया। यह भू-राजनीतिक तनाव के बीच दबाव में रहा। जिससे कच्चे तेल की कीमतें 90 अमेरिकी डॉलर से ऊपर चली गईं। हालांकि हफ्ते के अंतिम दिन स्मार्ट रिकवरी से निफ्टी 22,100 से ऊपर बंद होने में सफल रहा। इस हफ्ते निफ्टी 50 इंडेक्स 372.4 अंक या 1.65 प्रतिशत गिरकर 22,147 पर बंद हुआ। जबकि बीएसई सेंसेक्स 1,156.57 अंक या 1.55 प्रतिशत गिरकर 73,088.33 पर बंद हुआ। आज बाजार के दौरान लगभग 1,668 शेयर बढ़े। जबकि 1,974 शेयर गिरे। इस दौरान 117 शेयर ऐसे रहे जिनमें कोई बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई मिडकैप फिसला
BSE Mid-cap Index 2.2 प्रतिशत फिसल गया। इसमें शामिल मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, क्रिसिल, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज, टीवीएस मोटर कंपनी, कैस्ट्रोल इंडिया में गिरावट देखने को मिली। हालांकि बढ़ने वालों में एक्साइड इंडस्ट्रीज, लिंडे इंडिया, सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस, संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल के स्टॉक्स शामिल हैं।
बीएसई लार्ज कैप इंडेक्स में दिखी गिरावट
BSE Large-cap Index में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें शामिल बर्जर पेंट्स इंडिया, हिंदुस्तान जिंक, एबीबी इंडिया, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और अदाणी ग्रीन एनर्जी में कमजोरी के कारण गिरावट रही। जबकि बढ़त में रहने वालों शेयर्स में इंडस टावर्स, भारती एयरटेल, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन, मारुति सुजुकी इंडिया, वेदांता और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के शेयर शामिल हैं।
BSE Small-cap index में 1 प्रतिशत की गिरावट आई। सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी, ट्रूकैप फाइनेंस, जेनसोल इंजीनियरिंग, आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज, COFORGE, जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन, IFCI, जय भारत मारुति, विसाका इंडस्ट्रीज द्वारा कमजोर कारोबार करने के कारण इंडेक्स में गिरावट आई। दूसरी ओर मोस्चिप टेक्नोलॉजीज, सोलारा एक्टिव फार्मा साइंसेज, धानी सर्विसेज, लिखिता इंफ्रास्ट्रक्चर, एमएम फोर्जिंग्स, मनोरमा इंडस्ट्रीज, सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया, गैलेंट इस्पात, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, एलेकॉन इंजीनियरिंग कंपनी के शेयरों में 20-35 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।
टीसीएस का मार्केट कैप सबसे ज्यादा घटा
मार्केट कैप के लिहाज से देंखे तो टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को सबसे अधिक नुकसान हुआ। इसके बाद इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो का नंबर रहा। दूसरी तरफ भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी इंडिया, एचडीएफसी बैंक ने अपने मार्केट कैप में सबसे अधिक वृद्धि की।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 4.7 प्रतिशत, निफ्टी पीएसयू बैंक में 3.7 प्रतिशत, निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 2.7 प्रतिशत और निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2 प्रतिशत की गिरावट आई।
FIIs ने इक्विटी बेची और DII बनें खरीदार
विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign institutional investors (FIIs) ने 11,867.03 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (Domestic Institutional Investors (DII) ने 9036.33 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। हालांकि, इस महीने में अब तक FIIs ने 22,229.49 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DII ने 21,268.96 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदकर इसकी भरपाई की।
हफ्ते के दौरान भारतीय रुपया 83.57 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। रुपया 12 अप्रैल के 83.42 के मुकाबले 19 अप्रैल को मामूली गिरावट के साथ 83.47 पर बंद हुआ।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)