Stock market : पिछला 1 साल बाजार के लिए चुनौती भरा रहा है। FIIs और ट्रंप दोनों ने मार्केट के लिए मुश्किल खड़ी की है। लेकिन हौसले बढ़ाने वाली बात ये रही कि हमने भी हार नहीं मानी। एक से बढ़कर एक कदम उठाए। डिमांड बढ़ाने के लिए GST 2.0, इनकम टैक्स कट, रेट कट जैसे बड़े फैसले लिए गए। वो अलग बात है इन बडे़ रिफॉर्म के बाद भी बाजार परफॉर्म नहीं कर पाया। बाजार में मौजूद मौकों और चुनौतियों को समझाने के लिए आज हमारा साथ दे रहे हैं एक बेहद खास मेहमान,मार्केट की सबसे बड़ी आवाज़ रमेश दमानी। रमेश दमानी उन लोगों में है जो बाजार की धड़कन को अच्छे से जानते समझते हैं। आइए इनसे जानते हैं कि बाजार का विजय उत्सव आखिर कब शुरु होगा।
अगले 3 साल के नजरिए से सरकारी कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियां लग रही अच्छी
CNBC-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल के साथ खास बातचीत में रमेश दमानी ने कहा है कि बाजार को लेकर डरने की जरूरत नहीं, रिस्क रिवॉर्ड अच्छा है। अगले 3 साल के नजरिए से सरकारी कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियां अच्छी लग रही हैं। दिल्ली जैसे बड़े शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें बनेंगी, 3 साल के नजरिए से कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनी में पैसा डालें। कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियों का बास्केट बनाएं। फार्मा, रेयर अर्थ, चुनिंदा IT कंपनियों में भी निवेश के मौके हैं।
जिन फार्मा कंपनियों के पास IP मौजूद है उन पर बुलिश नजरिया है। वैक्सीन और एंटी बायोटिक्स IP बनाने वाली कंपनियों पर नजर रखें। IP वाली फार्मा कंपनियां देश में मौजूद हैं। उन्होंने आगे कहा कि बुल मार्केट में अब भी करेक्शन चल रहा है। बाजार में करेक्शन आते रहेंगे लेकिन बुल मार्केट जारी रहेगा।
बाजार में हर साल 20% बढ़ोतरी जरूरी नहीं
रमेश दमानी का कहना है कि अगले 1 साल भी बाजार दायरे में रहे तो भी दिक्कत नहीं है। बाजार में हर साल 20 फीसदी बढ़ोतरी हो यह जरूरी नहीं है। अच्छे रिफॉर्म होते हैं तो बाजार रिस्पांड करता है। भारत-US में तनाव आगे बढ़ेगा यह कहना मुश्किल है। छोटे सेक्टर्स पर ट्रंप टैरिफ से ज्यादा टेंशन नहीं है। H1-B वीजा जैसे मामलों से भारत निपट लेगा। सरकार की ओर से GST रिफॉर्म एक बड़ा कदम है। कॉर्पोरेट टैक्स कटौती के बाद GST कट बहुत बड़ा रिफॉर्म है।
कंजम्पशन सेक्टर को लेकर बुलिश
रमेश दमानी ने बताया कि वे कंजम्पशन सेक्टर को लेकर बुलिश हैं। GST रिफॉर्म देश के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। बाजार में कमाई के लिए अच्छे कारोबार को सस्ते में लेना बहुत जरूरी है। इस समय बाजार में निवेश का 2-3 साल पहले जैसा मौका है। उन्होंने बताया कि हाल में रेयर अर्थ कंपनियों को पोर्टफोलियो में जोड़ा गया है। देश में रेयर अर्थ की सप्लाई सुनिश्चित करने की जरूरत है। देश में रेयर अर्थ से जुड़ी 4-5 कंपनियां मौजूद हैं। वहीं, रेलवे शेयरों से निकले हैं। डिफेंस में निवेश बरकरार है। फार्मा सेक्टर में निवेश बढ़ा है। इस सेक्टर में काफी अच्छे मौके हैं। डिजिटल पब्लिक इंफ्रा कंपनी में अब भी बने हुए हैं। चुनिंदा IT कंपनी में भी निवेश के मौके मौजूद हैं।
रमेश दमानी ने कहा कि वे भारत को लेकर बुलिश हैं और अब भी बाजार में पैसा डालना चाहते हैं। उनका मानना है कि GST 2.0 रिफॉर्म बड़ा पॉजिटिव है। आगे इसका अच्छा असर होगा। रिफॉर्म पर रिएक्शन में बाजार थोड़ा समय लेता है। ये धारणा गलत कि हर साल 15% नहीं कमाया तो बाजार खराब है। FIIs अगर बाजार से बाहर जा रहा है तो भी चिंता की बात नहीं है। बाजार में अभी रिस्क-रिवॉर्ड अच्छा, निवेश कर सकते हैं। नए संवत में बाजार से अच्छे रिटर्न की उम्मीद। 3 साल के नजरिए से कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियों में निवेश के अच्छे मौके हैं।
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