मणण्पुरम फाइनेंस और मुथूट फाइनेंस के शेयरों में 1 अक्टूबर को 2 फीसदी तक उछाल दिखा। इसकी वजह विदेशी ब्रोकरेज फर्म सीएलएस की रिपोर्ट है। सीएलएसए ने दोनों कंपनियों के शेयरों के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। उसने दोनों के टारगेट प्राइस भी बढ़ा दिए हैं। मणण्पुरम फाइनेंस का शेयर बीते 6 महीनों में 23 फीसदी उछला है। मुथूट फाइनेंस का शेयर इस दौरान 34 फीसदी चढ़ा है।
मुथूट के शेयरों में 1 अक्टूबर को उछाल
CLSA ने Muthoot Finance के शेयरों का टारगेट प्राइस 2,740 रुपये से बढ़ाकर 3,600 रुपये कर दिया है। मुथूट फाइनेंस का शेयर 1 अक्टूबर को 2.01 फीसदी चढ़कर 3,139 रुपये पर बंद हुआ। ब्रोकरेज फर्म ने मणण्पुरम फाइनेंस के शेयरों का टारगेट प्राइस 260 रुपये से बढ़ाकर 310 रुपये पर दिया है। 1 अक्टूबर को मणण्पुरम का शेयर 1.85 फीसदी चढ़कर 286 रुपये पर बंद हुआ। यह दोनों कपनियों के शेयरों के लिए सबसे ज्यादा टारगेट प्राइस है।
दोनों कंपनियों की ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद
सीएलएसए ने कहा है कि दूसरी तिमाही में गोल्ड की कीमतों में 20 फीसदी इजाफा हुआ है। जून के अंत में लोन टू वैल्यू रेशियो मुथूट के लिए 62 फीसदी और मणण्पुरम के लिए 57 फीसदी था। यह लॉन्ग टर्म एवरेज से कम है। RBI ने गोल्ड लोन कंपनियों को छोटे अमाउंट के लोन पर एलटीवी बढ़ाने की इजाजत दी है। सीएलएस का मानना है कि इससे दोनों कंपनियों की ग्रोथ आगे अच्छी रह सकती है।
मुथूट के एयूएम ग्रोथ के अनुमान को भी बढ़ाया
ब्रोकरेज फर्म का यह भी कहना है कि गोल्ड की कीमतों में उछाल और एलटीवी में इजाफा से दोनों कंपनियों के एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) की ग्रोथ अच्छी रह सकती है। सीएलएसए ने मुथूट के एयूएम की सीएजीआर 2025-2027 के बीच 37 फीसदी और टैक्स के बाद प्रॉफिट (PAT) की सीएजीआर 37 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है। उसने पीएटी के अनुमान को भी 10-15 फीसदी तक बढ़ा दिया है।
सोने की कीमतों में उछाल का फायदा एनबीएफसी को भी
हालांकि, सीएलएसए ने मणण्पुरम के 2026 और 2027 में पीएटी के अनुमान को क्रमश: 7 फीसदी और 13 फीसदी घटाया है। इसकी वजह नेट इंटरेस्ट मार्जिन में कमी की आशंका है। हालांकि, उसने FY28 के अपने अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है। पिछले 2-3 सालों में सोने की कीमतों में काफी तेजी आई है। इसका असर गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ा है। सोने की कीमतें बढ़ने से गोल्ड पर ज्यादा लोन मिलता है।