पिछले सात सत्रों में शानदार बढ़त दर्ज करने के बाद बेंचमार्क सूचकांकों में 7 दिसंबर को गिरावट देखने को मिली। कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, आईटी और मेटल शेयरों में बिकवाली के बीच निफ्टी आज 20,900 के करीब बंद हुआ। कारोबार अंत में, सेंसेक्स 132.04 अंक या 0.19 फीसदी गिरकर 69,521.69 पर और निफ्टी 36.50 अंक या 0.17 फीसदी गिरकर 20,901.20 पर बंद हुआ है। कमजोर ग्लोबल संकेतों के बीच निफ्टी ने गिरावट के साथ 20,900 से नीचे शुरुआत की थी। 8 दिसंबर को होने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक से पहले पूरे कारोबारी सत्र में इसमें कंसोलीडेशन देखने को मिला। हालांकि, अंतिम घंटे की खरीदारी से निफ्टी को 20,900 पर बंद होने में मदद मिली।
भारती एयरटेल, एचयूएल, ओएनजीसी, अपोलो हॉस्पिटल्स और टाटा स्टील निफ्टी के टॉप लूजर रहे हैं। जबकि पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, अदानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, सिप्ला और ग्रासिम इंडस्ट्रीज आज के टॉप गेनर रहे हैं।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो मिश्रित रुझान देखने को मिला है। ऑटो और हेल्थकेयर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, तेल और गैस इंडेक्स में 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। पावर में लगभग 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। जबकि एफएमसीजी और मेटल इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.3 फीसदी ऊपर बंद हुए हैं।
8 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि आज के कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 20850-20950 के बैंड के भीतर घूमता रहा। आरबीआई की पॉलिसी मीट से पहले बाजार में सतर्कता का रुख देखने को मिला है। जब तक निफ्टी मनोवैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण स्तर 21000 से नीचे रहता है, तब तक शॉर्ट टर्म ट्रेंड कमजोर बना रहेगा। 21000 से ऊपर का निर्णायक ब्रेकआउट बाजार में नई तेजी ला सकता है। तब तक हमें नियर टर्म में कमजोरी बने रहने की आशंका है।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय इक्विटी मार्केट ने वीकली एक्सपायरी वाले दिन की शुरुआत धीमी गति से की, लेकिन बैंकिंग शेयरों में आई रिकवरी ने इंडेक्स को निचले स्तरों से उबरने में सपोर्ट दिया। हालांकि, दिन के अंत तक इंडेक्स तेजी बनाए रखने में कामयाब नहीं रहा और अंततः 36.55 अंकों की गिरावट के साथ 20901.15 पर बंद हुआ। 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ एनर्जी (आज के कारोबार में मुख्य रूप से पावर शेयरों का बोलबाला रहा) सेक्टर का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। इसके बाद मीडिया और फार्मा का नंबर रहा, जबकि एफएमसीजी और मीडिया में करेक्शन देखने को मिला।
ऐसा लग रहा है कि छोटे-मझोले शेयर फिर से वापसी की तैयारी में हैं क्योंकि मिड और स्मॉलकैप में 0.35 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई और उन्होंने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी 50 इंडेक्स ने डेली चार्ट पर एक स्मॉल बियरिश कैंडलिस्टिक पैटर्न बनाया जो रेंज में संकुचन का संकेत है। पिछले 2 दिनों से निफ्टी 20,960-20,850 के दायरे में अटका हुआ है, दोनों में से किसी भी तरफ का ब्रेकआउट बाजार को दिशा देगा।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।