Market Close: उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार आज मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 110.64 अंक या 0.15 फीसदी गिरकर 73,903.91 पर और निफ्टी 8.70 अंक या 0.04 फीसदी गिरकर 22,453.30 पर बंद हुआ है। बैंक निफ्टी 33 अंक गिरकर 47,545 पर बंद हुआ है। वहीं, मिडकैप 567 अंक चढ़कर 49,479 पर बंद हुआ है। आज लगभग 2686 शेयर बढ़े, 1015 शेयर गिरे और 111 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में बिकवाली रही। वहीं, निफ्टी 50 में से 28 शेयरों में खरीदारी दिखी। बैंक निफ्टी के 12 में से 9 शेयरों में खरीदारी रही।
हीरो मोटोकॉर्प, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस आज निफ्टी के टॉप लूजर रहे। जबकि टाटा कंज्यूमर्स प्रोडक्ट्स, एमएंडएम, बीपीसीएल, बजाज ऑटो और अदानी पोर्ट्स निफ्टी के टॉप गेनर रहे। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो रियल्टी, मेटल, तेल और गैस, मीडिया, पावर और ऑटो 1-2 फीसदी ऊपर बंद हुए हैं, जबकि आईटी और टेलीकॉम इंडेक्स 0.5 फीसदी नीचे बंद हुए हैं। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 1 फीसदी की तेजी आई है।
3 अप्रैल को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि सुस्त शुरुआत के बाद मेटल और ऑटो शेयरों की लीडर शिप में बाजार में तेजी आती दिखी जिससे इंडेक्स को अपने अधिकांश नुकसान की भरपाई करने में मदद मिली और कारोबारी सत्र के अंत में निफ्टी 8.70 अंकों की गिरावट के साथ 22,453.30 पर बंद हुआ। मीडिया और रियल्टी शेयरों ने अपने बेहतर प्रदर्शन के क्रम को आगे बढ़ाया जबकि आईटी सेक्टर में दबाव बना रहा। ब्रॉडर मार्केट में मजबूत प्रदर्शन जारी रहा। मिड और स्मॉलकैप दोनों ने 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ कारोबारी सत्र का समापन किया।
निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक और DOJI कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है। अगर इंडेक्स 22,500 से ऊपर मजबूती दिखाता तो फिर इसमें 22,640 की तरफ जाने लिए रास्ता खुल जाएगा जबकि नीचे की ओर इसके लिए 22340 के स्तर पर मजबूत सपोर्ट दिख रहा है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि शुक्रवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति आने से पहले आज पूरे कारोबारी सत्र के दौरान सावधानी बरती जाने के कारण बाजार में बैंकिंग और आईटी शेयरों में कुछ मुनाफावसूली देखने को मिली। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड पैदावार में बढ़ोतरी के कारण हाल के कारोबारी सत्रों में एफआईआई भारतीय इक्विटी से निकलते दिखे हैं। हालांकि, हमें पिछले कुछ महीनों में आये करेक्शन के बाद मिड और स्मॉल कैप शेयरों में नए सिरे तेजी आती दिखी है। वैल्यूएशन में नरमी और आगे मजबूत आर्थिक ग्रोथ की उम्मीदों के बीच मिडकैप में निवेश के लिए बहुत सारा पैसा इंतजार कर रहा है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।