Share markets : 8 नवंबर को उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 55.47 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,486.32 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 51.10 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,148.20 पर बंद हुआ । लगभग 1314 शेयरों में तेजी आई, 2475 शेयरों में गिरावट आई और 95 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
निफ्टी पर एमएंडएम, टाइटन कंपनी, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और नेस्ले सबसे ज्यादा लाभ पाने वाले शेयर रहे। जबकि कोल इंडिया, टाटा स्टील, ट्रेंट, एशियन पेंट्स और श्रीराम फाइनेंस में सबसे ज्यादा गिरावट आई। सेक्टरों में आईटी इंडेक्स 0.7 फीसदी ऊपर बंद हुआ। जबकि मीडिया, पीएसयू बैंक, मेटल, तेल और गैस, बिजली, रियल्टी में 1-2 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
साप्ताहिक आधार पर देखें तो बाजार में पिछले सप्ताह की बढ़त पलट गई और इस सप्ताह करीब 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। आईटी और पीएसयू बैंक को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्सों में इस सप्ताह गिरावट दर्ज की गई। भू-राजनीतिक उठापटक के चलते खबरों से भरे इस सप्ताह में बाजार में गिरावट देखने को मिली। रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। वहीं, आईटी इंडेक्स आउटपरफॉर्म करता नजर आया।
11 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में आज सुस्ती रही। कंसोलीडेशन का दौर जारी रहने के कारण अंत में यह थोड़ा नीचे बंद हुआ। शुरुआती गिरावट के बाद, निफ्टी में शुरुआती घंटों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। लेकिन सत्र के बाकी समय में यह सीमित दायरे में रहा। सेक्टर के हिसाब से देखें तो रुझान मिला-जुला रहा। आईटी और एफएमसीजी में बढ़त देखने को मिली। जबकि रियल्टी और एनर्जी में सबसे ज्यादा गिरावट आई। ब्रॉडर इंडेक्सों में दबाव देखने को मिला। आज इनमें 1 फीसदी से 1.5 फीसदी के बीच गिरावट रही।
यह मिलाजुला सेक्टोरल ट्रेंड बाजार के आगे रुख के बारे में अनिश्चित पैदा कर रहा है। पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद आईटी शेयरों ने फिर से गति पकड़ ली है, लेकिन बैंकिंग सेक्टर एक रेंज में अटका हुआ है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए लगता है कि स्पष्ट बाजार संकेत मिलने तक हेजिंग की रणनीति अपनाते हुए सतर्क रुख अपनाने की जरूरत होगी। इस बीच, निवेशक इस मौके का इस्तेमाल अच्छे भाव पर उपलब्ध गुणवत्ता वाले शेयरों को जमा करने के लिए कर सकते हैं।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि शुरुआती कारोबार में करीब 700 अंकों की गिरावट के बाद बाजार सीमित दायरे में रहा। कारोबारी सत्र के अंत में बैंकिंग, टेलीकॉम, मेटल, तेल एवं गैस तथा रियल्टी शेयरों में बिकवाली के कारण मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। ग्लोबल इंडेक्सों में सुधार के बावजूद, भारतीय बाजारों में एफआईआई फंड की निकासी का असर जारी है। अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती निवेशकों को उत्साहित करने में विफल रही। बाजार में निगेटिव रुझान के साथ सतर्कता का रुख कायम है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।