Stock Market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 29 जनवरी को लगातार दूसरे सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ और निफ्टी 23,150 से ऊपर पहुंच गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 631.55 अंक या 0.83 फीसदी बढ़कर 76,532.96 पर और निफ्टी 205.85 अंक या 0.90 फीसदी बढ़कर 23,163.10 पर बंद हुआ। आज लगभग 2874 शेयरों में तेजी आई, 937 शेयरों में गिरावट आई और 96 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो मीडिया, कैपिटल गुड्स,आईटी, मेटल और रियल्टी में 2-3 फीसदी की तेजी आई। ऑटो, बैंक, फार्मा, तेल एवं गैस में भी 0.5-1.5 फीसदी की तेजी आई। एफएमसीजी इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट आई।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 2.5 फीसदी तथा स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.2 फीसदी की बढ़त हुई। निफ्टी पर सबसे ज्यादा लाभ में रहने वाले शेयरों में श्रीराम फाइनेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, विप्रो, टाटा मोटर्स और एसबीआई लाइफ शामिल रहे। जबकि नुकसान में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, मारुति सुजुकी, बीपीसीएल, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और आईटीसी शामिल रहे।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि लंबे समय के बाद बुल्स ने आज अपनी ताकत का परिचय दिया है। इंडेक्स ने अपनी तेजी को आगे बढ़ाया है। आज की तेजी को जिसे मिड और स्मॉलकैप शेयरों के मजबूत प्रदर्शन से सपोर्ट मिला है। निफ्टी ने 205.85 अंकों की बढ़त के साथ 23,163.10 पर कारोबार खतम किया। FMCG को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टर हरे निशान में बंद हुए हैं। आज रियल्टी और आईटी टॉप परफॉर्मर के रूप में उभरे हैं।
RSI में पॉजिटिव विचलन ने अच्छा काम किया। वर्तमान में,निफ्टी फॉलिंग वेज फॉर्मेशन ब्रेकआउट के कगार पर खड़ा है जो 23,200-23,250 के जोन में आने पर निफ्टी को 23,550 तक ले जा सकता है। निफ्टी के लिए तत्काल रजिस्टेंस और सपोर्ट क्रमश: 23,270 और 23,000 पर स्थित हैं।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि अमेरिकी बाजारों की तेजी और यूरोपीय इंडेक्सों में बढ़त ने घरेलू बाजार के सेंटीमेंट को भी बूस्ट दिया। गुरुवार की मंथली एफएंडओ एक्सपायरी से पहले आई राहत की रैली लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रही। चूंकि बाजार ओवरसोल्ड पोजीशन में था। इसलिए नए सिरे से कुछ राहत की उम्मीद थी। हाल ही में हुई बिकवाली के बाद आज मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में तेजी आई। हालांकि,अगले कुछ दिनों में घोषित होने वाले बजट और एफआईआई की बिक्री के लगातार बने रहने के साथ बाजार का नजरिया सर्तकता का ही रहेगा।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।