Market trend : सेंसेक्स वीकली एक्सपायरी पर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। निफ्टी, निफ्टी बैंक की फ्लैट क्लोजिंग हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं। कैपिटल मार्केट और IT शेयरों में खरीदारी रही। रियल्टी और मेटल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। एनर्जी, ऑटो और PSE शेयरों में दबाव रहा। सेंसेक्स 78 प्वाइंट गिरकर 84,482 पर बंद हुआ। निफ्टी बिना बदलाव के 25,816 पर बंद हुआ। बैंक निफ्टी 14 प्वाइंट गिरकर 58,913 पर बंद हुआ। मिडकैप 203 प्वाइंट चढ़कर 59,592 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में बिकवाली रही। निफ्टी के 50 में से 24 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। बैंक निफ्टी के 12 में से 7 शेयरों में बिकवाली रही। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 14 पैसे मजबूत होकर 90.24 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स की राय है कि निफ्टी हफ्ते के पीक से एक फीसदी से ज़्यादा गिर गया है और पिछले शुक्रवार के निचले स्तर पर वापस आ गया है। इससे 25,980 की तरफ संभावित रिकवरी की गुंजाइश बनती है। हालांकि,अगर यह 25,850 से ऊपर टिक नहीं पाता है तो इंडेक्स 25,650-25,300 या 25,130 के लेवल तक गिर सकता है। इससे शॉर्ट-टर्म डाउनट्रेंड को भी मजबूती मिल सकती है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वीके विजयकुमार का कहना है कि U.S. मार्केट में AI ट्रेड के कमजोर होने का ट्रेंड तेज़ी से बढ़ रहा है। यह ट्रेंड 2026 की शुरुआत में भी जारी रहने की संभावना है। इससे भारत जैसे नॉन-AI मार्केट को फायदा होगा।
कल के ट्रेड से एक दिलचस्प बात यह देखने के मिली कि FII की खरीदारी और नेट इंस्टीट्यूशनल खरीदारी के बावजूद मार्केट नीचे गिरा। इसका कारण यह हो सकता है कि FIIs मार्केट में अपनी शॉर्ट पोजीशन बढ़ा रहे हैं। इससे इस बात का संकेत मिलता है कि शॉर्ट टर्म में FIIs रैली पर बेचने की स्ट्रैटेजी अपनाएंगे।
अभी मार्केट में इस बात को लेकर चिंता है कि क्या जापानी सेंट्रल बैंक आज हॉकिश मैसेज के साथ रेट बढ़ाएगा। अगर ऐसा होता है,तो इससे 'येन कैरी ट्रेड' में उलटफेर हो सकता है, जिससे FIIs द्वारा और ज़्यादा बिकवाली हो सकती है। ऐसे में अब निवेशकों को मार्केट की कमज़ोरी का फ़ायदा उठाकर अच्छी क्वालिटी वाले, सही वैल्यूएशन वाले स्टॉक खरीदने पर फोकस करना चाहिए।
एसबीआई सिक्योरिटीज के हेड टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च,सुदीप शाह का कहना है कि बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स सुस्ती के साथ बंद हुआ है जो बताता है कि शॉर्ट टर्म में मोमेंटम में साफ कमी आई है। इस हफ्ते अब तक, इंडेक्स 0.86% नीचे गिरा है, लेकिन असली दबाव ब्रॉडर मार्केट में दिख रहा है, जो लगातार काफी कमजोरी दिखा रहे हैं। पिछले तीन सेशन में, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉल कैप 100 1.50 फीसदी से ज़्यादा गिरे हैं, जिससे ब्रॉडर मार्केट स्ट्रक्चर के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं।
पूरे मार्केट में साफ़ कमज़ोरी के बावजूद, फ्रंटलाइन निफ्टी इंडेक्स अपने अहम मूविंग एवरेज से ऊपर बना हुआ है, जो कुछ हद तक मज़बूती दिखा रहा है। हालांकि, मोमेंटम इंडिकेटर ज़्यादातर साइडवेज़ स्ट्रक्चर दिखा रहे हैं,जो मज़बूत डायरेक्शनल भरोसे की कमी का संकेत है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि 1 दिसंबर को नया ऑल-टाइम हाई बनाने के बाद, इंडेक्स ने दो लोअर टॉप बनाए हैं, जो बढ़ती थकावट का संकेत है। इससे सवाल खड़ा होता है कि क्या अहम सपोर्ट ज़ोन मौजूदा गिरावट को रोक पाएंगे।
आगे चलकर, 25,750–25,700 का एरिया निफ्टी के लिए एक अहम सपोर्ट ज़ोन का काम करेगा, क्योंकि यह 50-डे EMA और पिछले स्विंग लो दोनों के साथ मेल खाता है। 25,700 से नीचे की गिरावट करेक्शन फेज़ को तेज़ कर सकती है, जिससे इंडेक्स 25,550 तक जा सकता है। ऊपर की तरफ, 25,930–25,950 का ज़ोन एक अहम रेजिस्टेंस बना हुआ है। शॉर्ट-टर्म सेंटिमेंट में किसी भी सुधार के लिए इसके ऊपर का ब्रेकआउट ज़रूरी होगा।
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