Stock market : बाजार में रिकॉर्ड स्तरों के बाद मुनाफावसूली देखने को मिली। निफ्टी ने 14 महीनों के बाद नया रिकॉर्ड बनाया है। PSU बैंक, तेल-गैस, रियल्टी शेयरों में मुनाफावसूली रही। सेंसेक्स ने पहली बार 86,000 का लेवल पार किया है। वहीं, निफ्टी ने पहली बार 26,300 का लेवल पार किया। निफ्टी ने इंट्राडे में 26,310.45 का नया शिखर छुआ। वहीं, सेंसेक्स ने 86,055.86 का नया शिखर छुआ। बैंक निफ्टी ने 59,866.6 का नया शिखर छुआ। मिडकैप इंडेक्स ने भी आज 61,229.8 का नया शिखर छुआ।
सेंसेक्स 111 प्वाइंट चढ़कर 85,720 पर बंद हुआ। निफ्टी 10 प्वाइंट चढ़कर 26,216 पर बंद हुआ बैंक निफ्टी 209 प्वाइंट चढ़कर 59,737 पर बंद हुआ है।
मिडकैप 51 प्वाइंट चढ़कर 61,113 पर बंद हुआ। आज सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में खरीदारी दिखी। वहीं, निफ्टी के 50 में से 28 शेयरों में बिकवाली रही। बैंक निफ्टी के 16 में से 6 शेयरों में बिकवाली रही।
SBI सिक्योरिटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च हेड सुदीप शाह ने कहा कि आगे चलकर, 26300-26330 का ज़ोन निफ्टी के लिए एक अहम रेजिस्टेंस का काम करेगा। 26330 लेवल से ऊपर कोई भी टिकाऊ मूव शॉर्ट टर्म में 26500 तक तेज़ अपसाइड रैली की शुरुआत कर सकती है। जबकि नीचे की तरफ, 26090-26060 का ज़ोन इंडेक्स के लिए ज़रूरी सपोर्ट का काम करेगा।
बैंकिंग बेंचमार्क इंडेक्स, बैंक निफ्टी ने भी गुरुवार को नया ऑल-टाइम हाई बनाया है। मौजूदा चार्ट स्ट्रक्चर को देखते हुए,इंडेक्स में तेजी जारी रहने और शॉर्ट टर्म में 60100, उसके बाद 60500 को टेस्ट करने की संभावना है। नीचे की ओर, 59400-59300 का ज़ोन इंडेक्स के लिए अहम सपोर्ट का काम करेगा।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि इंडियन मार्केट एक उतार-चढ़ाव वाले सेशन के बाद संभले। आज निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने प्रॉफिट बुकिंग शुरू होने से पहले कुछ समय के लिए रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ। मार्केट की नजर अब कल आने वाले GDP आंकड़ों के साथ-साथ US-इंडिया डील और RBI पॉलिसी मीटिंग जैसे खास इवेंट्स पर रहेगी। ये फैक्टर्स इक्विटी मार्केट की शॉर्ट-टर्म दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
पीएल कैपिटल के हेड एडवाइजरी, विक्रम कासाट (Vikram Kasat) ने कहा कि आज भारतीय शेयर बाज़ार ने कुछ समय के लिए एक नए हाई को छुआ। सेंसेक्स इंट्राडे में 86,000 के पार चला गया और निफ्टी पहली बार 26,300 के पार जाता नजर आया। लेकिन बाद में आई प्रॉफ़िट टेकिंग की वजह से दोनों इंडेक्स अपने हाई से नीचे बंद हुए। इस एक्शन से बाज़ार के एक नए बुल साइकिल में आने की पुष्टि होती है। ग्लोबल और घरेलू ब्याज दरों में पहले के अनुमान से ज़्यादा बड़ी कटौती की उम्मीद है। ऐसे में हमें लिक्विडिटी बढ़त, बॉन्ड में तेज़ी और रुपये में धीरे-धीरे मज़बूती आने की उम्मीद है। इस बैकग्राउंड में, निवेशकों को गिरते रेट साइकिल का फायदा उठाने के लिए अपने पोर्टफोलियो बैंक, NBFC और रियल एस्टेट जैसे रेट-सेंसिटिव शेयरों के जोड़ना चाहिए। निफ्टी 500 इंडेक्स में बड़े पैमाने पर आई मज़बूती हमारे इस विचार को और मज़बूत करती है कि अगले दो सालों में ट्रेंड के साथ बने रहना फ़ायदेमंद होगा।
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