Stock market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 11 सितंबर को पॉजिटिव रुख के साथ बंद हुआ और निफ्टी 25,000 से ऊपर चला गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 123.58 अंक या 0.15 प्रतिशत बढ़कर 81,548.73 पर और निफ्टी 32.40 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 25,005.50 पर बंद हुआ। आज लगभग 1867 शेयरों में तेजी रही। वही, 1854 शेयरों में गिरावट रही। जबति, 131 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट स्तर पर बंद हुए।
निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक और पावर ग्रिड आज के टॉप गेनरों में शामिल रहे, जबकि बजाज ऑटो, इंफोसिस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, विप्रो और टाइटन कंपनी निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो एनर्जी, सरकारी बैंक, फार्मा, तेल-गैस और मीडिया इंडेक्स में 0.5-1 फीसदी की तेजी देखने को मिली। वहीं, आईटी इंडेक्स में 0.5 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट एनालिस्ट आनंद जेम्स ने कहा "25,012 से ऊपर जाने पर निफ्टी में और तेजी आएगी। जबकि नीचे की तरफ 24,930 के आसपास तत्काल सपोर्ट है। निफ्टी के लिए ऊपर की ओर का टारगेट 25,400 पर है, हालांकि इसमें समय लग सकता है। 25,100 पर इसके लिए पहला रेजिस्टेंस है। 25,100 से आगे न बढ़ पाने या 24,700 से नीचे न गिरने पर आगे की बढ़त में देरी हो सकती है।"
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के विनोद नायर का कहना है कि निफ्टी आज 25,000 के अहम स्तर से ऊपर बंद हुआ है। अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने से निफ्टी शुरुआत में 24,400 तक नीचे चला गया था। हालांकि, यह इस गिरावट से लगातार उबर रहा है। इस रिकवरी के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। इसमें घरेलू अर्थव्यवस्था पर यूएस टैरिफ के सीमित असर की उम्मीद,अमेरिका के प्रति भारत सरकार समझदारी भरी प्रतिक्रिया और टैरिफ के निगेटिव असर को कम करने के लिए जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण घरेलू सुधार शामिल हैं। हाल ही में, भारत के साथ ट्रेड वार्ता फिर से शुरू करने के लिए अमेरिका से मिले सकारात्मक संकेतों ने इंडेक्स के लिए एक नई ऊंचाई पर पहुंचने का मार्ग खोल दिया है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि गुरुवार को बाजार में सुस्ती रही और हाल की तेजी के बाद थोड़ी राहत के साथ क्लोजिंग हुई। ऐसा लगता है कि बाज़ार ने जीएसटी सुधारों और अमेरिका-भारत ट्रेड वार्ता को लेकर बनी उम्मीद के शुरुआती असर को पचा लिया है। अब इसमें कुछ समय के लिए ठहराव आ सकता है। हालांकि, अहम सेक्टरों में रोटेशनल खरीदारी और डिफेंस एवं रेलवे जैसे थीम में तेजी आने के शुरुआती संकेतों से बाजार का रुख अच्छा बना रहने की उम्मीद है। निफ्टी में "गिरावट पर खरीदारी" की रणनीति की काम कर सकती है।
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