मार्केट रेगुलेटर सेबी ने EOP प्लेटफॉर्म्स के लिए न्यूनतम कैपिटल डिपॉजिट किया अनिवार्य

SEBI ने स्टॉक एक्सचेंज के साथ Base Minimum Capital डिपॉजिट के रूप में श्रेणी 2 में Execution Only Platforms (EOP) को 10 लाख रुपये जमा रखना अनिवार्य कर दिया है। मार्केट रेगुलेटर ने 6 अक्टूबर को एक प्रेस रिलीज में ऐसा कहा। EOP डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं जिनका उपयोग म्यूचुअल फंड स्कीम्स के डायरेक्ट प्लान्स में सब्सक्रिप्शन, रिडेम्प्शन और स्विच ट्रांजेक्शन में होता है

अपडेटेड Oct 07, 2023 पर 11:40 AM
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सेबी ने जून 2023 में EOP के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया था। अब मार्केट रेगुलेटर निवेशकों की सुविधा और निवेशक सुरक्षा के बीच संतुलन बनाये रखने के लिए नई रूपरेखा लेकर आया है

मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने स्टॉक एक्सचेंज के साथ श्रेणी 2 में एक्जीक्यूशन ओनली प्लेटफॉर्म (Execution Only Platforms (EOP) को 10 लाख रुपये की बेस मिनिमम कैपिटल (Base Minimum Capital (BMC) डिपॉजिट बरकरार रखना अनिवार्य कर दिया है। मार्केट रेगुलेटर ने 6 अक्टूबर को एक प्रेस रिलीज जारी करके ये जानकारी दी। EOP डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं जिनका उपयोग म्यूचुअल फंड स्कीम्स के डायरेक्ट प्लान्स में सब्सक्रिप्शन, रिडेम्प्शन और स्विच ट्रांजेक्शन करने के लिए किया जाता है।

EOP के तहत श्रेणी 1 में पंजीकृत होने BMC जरूरी नहीं

जून 2023 में एक सर्कुलर में, सेबी ने EOP के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया था। मार्केट रेगुलेटर निवेशकों की सुविधा और निवेशक सुरक्षा के बीच संतुलन प्रदान करने के लिए रूपरेखा लेकर आया। इससे पहले EOP के लिए कोई विशिष्ट रूपरेखा नहीं थी। उस सर्कुलर के अनुसार, EOP या तो श्रेणी 1 EOP के तहत पंजीकरण प्राप्त कर सकता है। जहां वह (AMFI) एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया से पंजीकरण कर सकता है। वह AMC के एजेंट के रूप में कार्य कर सकता है। श्रेणी 1 में EOP के तहत पंजीकृत होने पर उन्हें BMC की आवश्यकता नहीं है।


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EOP क्या कर सकते हैं, क्या नहीं

दूसरी ओर श्रेणी 2 EOP को स्टॉक एक्सचेंजों के EOP सेगमेंट के तहत SEBI (स्टॉक ब्रोकर्स) रेगुलेशंस, 1992 के संदर्भ में स्टॉक ब्रोकर के रूप में पंजीकृत होना जरूरी होता है। ये EOP निवेशकों के एजेंट के रूप में काम कर सकते हैं। ये निवेशकों को सीधे सेवाएं प्रदान कर सकते हैं। लेकिन ये म्यूचुअल फंड की स्कीम्स के डायरेक्ट प्लान्स में ट्रांजेक्शन के एग्रीगेटर के रूप में कार्य नहीं कर सकते हैं।

“यह निर्णय लिया गया है कि केवल EOP सेगमेंट (श्रेणी 2 EOP) में कारोबार करने वाले स्टॉक एक्सचेंजों के सदस्य BMC डिपॉजिट के रूप में स्टॉक एक्सचेंज में 10 लाख रुपये की राशि जमा रखेंगे। हालांकि एक ही स्टॉक एक्सचेंज पर एक से अधिक सेगमेंट का पंजीकरण कराने वाले सदस्यों के लिए, BMC डिपॉजिट सभी सेगमेंट के लिए अतिरिक्त नहीं होगा। ये डिपॉजिट विभिन्न सेगमेंट में लागू सबसे अधिक BMC डिपॉजिट के बराबर होगा।” ऐसा मार्केट रेगुलेटर ने अपने सर्कुलर में कहा है।

 

 

 

Sunil Gupta

Sunil Gupta

First Published: Oct 07, 2023 11:40 AM

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