जीएसटी दरों में कटौती, डीआईआई की लगातार खरीदारी, बेहतर PMI आंकड़ों ने इस हफ्ते बाजार में वौलेटिलिटी को नजर अंदाज करते हुए भारतीय बाजार बढ़त लेकर बंद होने में कामयाब रहे। बाजार की इस तेजी में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से वैश्विक बाजारों का समर्थन मिला। हालांकि, बाजार जानकारों का मानना है कि निवेशकों में अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद निर्यात में गिरावट आने की चिंता बनी हुई है।
05 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में सेंसेक्स 901.11 अंक यानी 1.12 फीसदी की बढ़त के साथ 80,710.76 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 314.15 अंक यानी 1.28 फीसदी की बढ़त के साथ 24,741 के स्तर पर बंद हुआ।
बीते हफ्ते बीएसई का लॉर्जकैप इंडेक्स में 1.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। Mahindra and Mahindra, Jindal Steel, Tata Steel, Eicher Motors, Swiggy, Bajaj Finance, and TVS Motor Company लॉर्जकैप के टॉप गेनर रहें।
बीते हफ्ते बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 2 फीसदी चढ़ा। Aditya Birla Fashion & Retail, Ola Electric Mobility, Brainbees Solutions, Steel Authority of India, Rail Vikas Nigam, और NMDC में बढ़त देखने को मिली।
बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स बीते हफ्ते 2.5 फीसदी की तेजी दिखाता नजर आया। Netweb Technologies India, One Mobikwik Systems, Jai Corp, Hemisphere Properties India, Vimta Labs, Atul Auto, Gujarat Mineral Development Corporation, Rategain Travel Technologies, Zydus Wellness में 20-39 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
बीते हफ्ते बीएसई का मेटल इंडेक्स 6 फीसदी चढ़ा। वहीं बीएसई का ऑटो इंडेक्स 5.2 फीसदी, बीएसई का कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडेक्स 3.6 फीसदी में बढ़त देखने को मिली। वहीं बीएसई का आईटी इंडेक्स 1 फीसदी फिसला।
बीते हफ्ते Mahindra and Mahindra के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। उसके बाद Bajaj Finance, Reliance Industries, और HDFC Bank का नंबर रहा। वहीं दूसरी तरफ Tata Consultancy Services, Infosys, और HCL Technologies के मार्केट कैप में गिरावट देखने को मिली।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली लगातार 10वें हफ्ते जारी रही और उन्होंने 5,666.90 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लगातार 21वें हफ्ते भी खरीदारी जारी रखी और 13,444.09 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भारतीय रुपया लगातार दूसरे हफ़्ते गिरावट के साथ बंद हुआ और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.36 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। 5 सितंबर को घरेलू मुद्रा 6 पैसे गिरकर 88.26 प्रति डॉलर पर बंद हुई, जबकि 29 अगस्त को यह 88.20 प्रति डॉलर पर बंद हुई थी। हफ़्ते के दौरान भारतीय रुपया 87.98-88.36 के दायरे में कारोबार करता रहा।