Market trend : 25300-25350 की रेंज पार होने पर जल्द ही निफ्टी में 25500-25600 का टारगेट मुमकिन
Trade setup : अनुकूल तकनीकी संकेतकों और इंडिया VIX में आती नरमी को देखते हुए बाजार जानकारों का सुझाव है कि आने वाले कारोबारी सत्रों में निफ्टी 25,300-25,350 की रेंज की ओर बढ़ता नजर आ सकता है। इस जोन से ऊपर जाने पर 25,500-25,600 के लक्ष्यों के लिए दरवाजे खुल सकते हैं
Trade Setup : बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 25 जून को बढ़कर 1.13 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.85 के स्तर पर था
Market Trade setup : 25 जून को निफ्टी बढ़त के साथ खुला और आगे मजबूती हासिल करते हुए पिछले साल अक्टूबर के बाद पहली बार 25,200 से ऊपर बंद हुआ। जून डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्टों की एक्सपायरी से पहले निफ्टी कर 0.8 फीसदी की तेजी लेकर बंद हुआ। अनुकूल तकनीकी संकेतकों और इंडिया VIX में आती नरमी को देखते हुए बाजार जानकारों का सुझाव है कि आने वाले कारोबारी सत्रों में निफ्टी 25,300-25,350 की रेंज की ओर बढ़ता नजर आ सकता है। इस जोन से ऊपर जाने पर 25,500-25,600 के लक्ष्यों के लिए दरवाजे खुल सकते हैं,बशर्ते इंडेक्स 25,100-25,000 के सपोर्ट को बनाए रखे।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,158, 25,125 और 25,071
पिवट प्वांइट पर आधारित रेजिस्टेंस : 25,266, 25,300 और 25,354
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रेजिस्टेंस : 56,674, 56,736 और 56,835
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 56,475, 56,413 और 56,314
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रेजिस्टेंस : 57,050, 57,566
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 56,208, 56,006
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 26,000 की स्ट्राइक पर 1.32 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,200 की स्ट्राइक पर 1.49 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 57,000 की स्ट्राइक पर 18.09 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
56,000 की स्ट्राइक पर 21.17 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
इंडिया VIX
बाजार के डर का पैमाना माने जाने वाले इंडिया VIX ने अपनी गिरावट को जारी रखा और 28 मार्च के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। कल यहा 4.98 फीसदी की गिरावट के साथ 12.96 पर आ गया। इससे तेजड़ियों को राहत मिली।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
57 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 57 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
24 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 24 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
36 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 36 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
108 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 108 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 25 जून को बढ़कर 1.13 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.85 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: Birlasoft, MCX India
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: Titagarh Rail Systems
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
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