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Market view: अभी करेक्शन नहीं हुआ पूरा, मिड और स्मॉलकैप को लेकर रहें सतर्क - हर्षा उपाध्याय

Union budget : हर्षा उपाध्याय का कहना है कि एफएमसीजी सेक्टर आगे छुपा रुस्तम साबित हो सकता है। एफएमसीजी शेयरों के भाव में अब तक की सारी बुरी खबरें शामिल हो चुकी हैं। अगर बजट में खपत, इनकम टैक्स और ग्रोथ से जुड़े अच्छे फैसले लिए जाते हैं तो एफएमसीजी शेयरों में अगले दो तीन तिमाहियों में तेजी देखने को मिल सकती है

अपडेटेड Jan 30, 2025 पर 6:13 PM
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Budget 2025 : बजट पर बात करते हुए हर्षा ने कहा के अगले वित्त वर्ष के लिए फिस्कल डेफिसिट टारगेट 4.5 फीसदी के आसपास रह सकता है

Market trend: बजट और बाजार पर बात करते हुए Kotak Mahindra AMC के CIO इक्विटी हर्षा उपाध्याय ने कहा कि अभी ये नहीं कहा जा सकता कि बाजार में गिरावट पूरी हो चुकी है। नतीजों के मोर्चे पर भी कोई बड़ा पॉजिटिव नहीं दिखाई दिया है। ओवरऑल बाजार में कंसोलीडेशन के दौर के जारी रहने की ही उम्मीद दिखाई दे रही है। अगले कुछ महीनों के दौरान बाजार में काफी वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है।

हर्षा ने आगे कहा कि अभी भी मिड और स्मॉलकैप्स काफी महंगे वैल्यूएशंस पर हैं। करेक्शन के बाद भी ये बॉस्केट अभी 20-30 फीसदी महंगा है। पिछली तिमाही में मिड और स्मॉलकैप की अर्निंग ग्रोथ बहुत खराब रही थी। इस तिमाही में भी अभी तक इनमें कोई खास ग्रोथ देखने को नहीं मिली है। ऐसे में हमें मिड और स्मॉलकैप को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

बैंकिंग सेक्टर पर बात करते हुए हर्षा ने कहा कि इस सेक्टर की तमाम दिक्तें खत्म हो चुकी है। इस वोलेटाइल मार्केट में बैंक शेयरों के अंडरपरफॉर्म करने की आशंका नहीं है। बैंकों के वैल्युएशन अच्छे हैं। वित्त वर्ष 2026 में सेक्टर बॉटम आउट होता दिख सकता है।


हर्षा उपाध्याय का कहना है कि एफएमसीजी सेक्टर आगे छुपा रुस्तम साबित हो सकता है। एफएमसीजी शेयरों के भाव में अब तक की सारी बुरी खबरें शामिल हो चुकी हैं। अगर बजट में खपत, इनकम टैक्स और ग्रोथ से जुड़े अच्छे फैसले लिए जाते हैं तो एफएमसीजी शेयरों में अगले दो तीन तिमाहियों में तेजी देखने को मिल सकती है।

Budget 2025 : बजट भाषण को छोड़ बाकी सारी तैयारियां पूरी, सबसे ज्यादा फोकस ग्रोथ पर संभव -सूत्र

बजट पर बात करते हुए हर्षा ने कहा के अगले वित्त वर्ष के लिए फिस्कल डेफिसिट टारगेट 4.5 फीसदी के आसपास रह सकता है। हमारी नजर इस बात पर रहेगी की कि सरकार वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हुए ग्रोथ को पुश करने के लिए क्या करती है। अगर वित्त मंत्री इनकम टैक्स को तर्कसंगत बनाने के लिए कोई बड़ा कदम उठाती हैं तो खपत वाले शेयरों को फायदा होगा। ये बाजार और इकोनॉमी दोनों के लिए ही अच्छा कदम होगा।

 

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