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Market Views: यूएस इकोनॉमी के बीच अटका आईटी सेक्टर, टैरिफ चिंता से नहीं मिल रही "Clarity"

Market Views: सेक्टर यूएस इकोनॉमी के बीच में अटती हुई है। जब तक टैरिफ पर किसी तरह की "Clarity" नहीं आती तब तक कॉर्पोरेट कॉन्फिडेंस में रिवाइवल नहीं आएगा और डिमांड को लेकर समस्या बनी रहेगी। टैरिफ पर "Clarity" ना आने के कारण आईटी कंपनियां तय नहीं कर पा रही उन्हें कितना स्पेंड करना है

Edited By: Sujata Yadavअपडेटेड Jul 12, 2025 पर 1:07 PM
Market Views: यूएस इकोनॉमी के बीच अटका आईटी सेक्टर, टैरिफ चिंता से नहीं मिल रही "Clarity"
सबसे ज्यादा पॉजिटिव BFSI स्पेस में लग रहा है। प्राइवेट बैंक, एनबीएफसी सेगमेंट में ओवरवेट नजरिया है। क्विक कॉमर्स स्पेस में पॉजिटिव नजरिया है।

बाजार के आगे के आउटलुक पर बात करते हुए SUNDARAM MUTUAL के इक्विटी फंड मैनेजर रोहित सेकसरिया का कहना है कि ग्रोथ में सुधार की उम्मीद के कारण हाल में बाजार में मोमेंटम देखने को मिला था। बाजार को पहली तिमाही के नतीजे सुस्त रहने की उम्मीद है, लेकिन बाजार ऊपर की तरफ मूव कर चुका है तो ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बाजार शॉर्ट टर्म अर्निंग्स पर फोकस करता है या ग्रोथ रिवाइवल पर फोकस करेगा।

उन्होंने आगे कहा कि बाजार के वौलेटिलिटी में भी इन्वेस्टर्स ने एसआईपी फ्लो नहीं रुकने दिया जो कि अच्छी बात है, क्योंकि यह लॉन्ग टर्म में बाजार को अच्छी स्टेबिलिटी देगा।

टैरिफ चिंता के कारण आईटी सेक्टर में "Clarity" नहीं

आईटी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सेक्टर यूएस इकोनॉमी के बीच में अटती हुई है। जब तक टैरिफ पर किसी तरह की "Clarity" नहीं आती तब तक वहां पर कॉर्पोरेट कॉन्फिडेंस में रिवाइवल नहीं आएगा और तब तक हमारी आईटी कंपनियों के लिए डिमांड को लेकर समस्या बनी रहेगी। टैरिफ पर "Clarity" ना आने के कारण आईटी कंपनियां तय नहीं कर पा रही उन्हें कितना स्पेंड करना है। लिहाजा आईटी को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है। टैरिफ पर सफाई आने के बाद ही आईटी में स्थिति साफ होगी।

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