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Market views : बाजार की दिशा साफ नहीं, डे ट्रेडर्स के लिए लेवल-बेस्ड ट्रेडिंग ही होगी सबसे बेहतर रणनीति

Market today : कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि आज बेंचमार्क इंडेक्स में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। निफ्टी ने आज डेली चार्ट पर एक बियरिश कैंडल बनाई जो बाजार में शॉर्ट टर्म में कमजोरी का संकेत है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jun 24, 2025 पर 6:18 PM
Market views : बाजार की दिशा साफ नहीं, डे ट्रेडर्स के लिए लेवल-बेस्ड ट्रेडिंग ही होगी सबसे बेहतर रणनीति
Share Market : निफ्टी का 25,200 के रेजिस्टेंस स्तर को पार करने में विफल होना यह दिखाता है कि मंदड़िए अभी भी हावी हैं और हार मानने को तैयार नहीं है

Stock market : शुरुआती तेजी के बाद बाजार में आज ऊपरी स्तर से गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स-निफ्टी में ऊपरी स्तर से फिसलकर बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए हैं। आज मेटल और बैंकिंग शेयरों में खरीदारी रही।ऑटो,इंफ्रा और एनर्जी इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए हैं। हालांकि डिफेंस और PSE शेयरों में दबाव देखने को मिला है। निफ्टी 72 अंक चढ़कर 25,044 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स 158 अंक चढ़कर 82,055 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 403 अंक चढ़कर 56,462 पर बंद हुआ है। मिडकैप 416 अंक चढ़कर 58,682 पर बंद हुआ है।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि आज बेंचमार्क इंडेक्स में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। निफ्टी ने आज डेली चार्ट पर एक बियरिश कैंडल बनाई जो बाजार में शॉर्ट टर्म में कमजोरी का संकेत है। हालांकि,बाजार मीडियम टर्म के नजरिए से पॉजिटिव बना हुआ है। श्रीकांत का मानना ​​है कि 25,000/82000 डे ट्रेडर्स के लिए एक अहम सपोर्ट ज़ोन के रूप में काम करेगा। इस स्तर से ऊपर जाने पर 25,200–25,300/82500-83000 तक के टेक्निकल उछाल की उम्मीद है। दूसरी तरफ, अगर बाजार 25,000/82000 से नीचे गिरता है तो यह करेक्शन 24,850–24,800/81600-81500 तक बढ़ा सकता है। वर्तमान में बाजार की बनावट अस्थिर और नान-डायरेक्शनल है। ऐसे में डे ट्रेडर्स के लिए लेवल-बेस्ड ट्रेडिंग सबसे बेहतर रणनीति होगी।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि युद्ध विराम की घोषणा और कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट के कारण घरेलू बाजार में आई शुरुआती बढ़त थोड़े समय के लिए रही। मध्य पूर्व में नए सिरे से बने भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों की भावनाओं को कमजोर कर दिया। हालांकि बाजार ने अपने हाल के समेकन रेंज से बाहर निकलने का प्रयास किया। लेकिन असफल रहा। आगे बाजार की तेजी घरेलू अर्निंग की मजबूती पर निर्भर करेगी।

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