अमेरिका में बहुत सारे FPIs से हुई मुलाकात, कुल मिलाकर भारत पर उनका नजरिया बहुत पॉजिटिव : सेबी चेयरमैन तुहिन कांता पांडे

सेबी चेयरमैन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल के दिनों में बाजार में रुझान बदलता दिख रहा है और एफपीआई एक बार फिर से भारतीय शेयरों के नेट बॉयर बन गए हैं

अपडेटेड Apr 30, 2025 पर 7:59 PM
Story continues below Advertisement
मनीकंट्रोल से 30 अप्रैल को हुई खास बातचीत में पांडे ने कहा कि उन्हें लगता है कि कुल मिलाकर बाजार के लिए माहौल बहुत पॉजिटिव हो रहा है

सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने कहा है कि भारतीय शेयर बाजार को लेकर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) का मूड काफी पॉजिटिव है और उन्हें भारत की विकास गाथा पर पूरा भरोसा है। 1 मार्च को सेबी के चेयरमैन का कार्यभार संभालने वाले पांडे हाल ही में अमेरिका में इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सिक्योरिटीज कमीशन (IOSCO) के तत्वावधान में आयोजित ग्लोबल मार्केट रेग्यूलेटरों के सम्मेलन में भाग लेने के दौरान कई विदेशी निवेशकों से मुलाकात करके लौटे हैं।

मनीकंट्रोल से 30 अप्रैल को हुई खास बातचीत में पांडे ने कहा कि उन्हें लगता है कि कुल मिलाकर बाजार के लिए माहौल बहुत पॉजिटिव हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वाशिंगटन डी.सी, न्यूयॉर्क और बोस्टन में बहुत से एफपीआई निवेशकों से उन्होंने मुलाकात की। फाइनेंशियल स्टेबिलिटी एंग्गेजमेंट ग्रुप और आईएमएफ-आईओएससीओ ट्रैक के तहत हुई बैठकों में भारत के बारे में बहुत सकारात्मक बातें सामने आईं हैं।

सेबी चेयरमैन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल के दिनों में बाजार में रुझान बदलता दिख रहा है और एफपीआई एक बार फिर से भारतीय शेयरों के नेट बॉयर बन गए हैं। चालू माह में एफपीआई लगभग 1,900 करोड़ रुपये (234 मिलियन डॉलर) के नेट बॉयर रहे हैं। जबकि चालू कैलेंडर वर्ष के पहले तीन महीनों में वे नेट सेलर रहे थे।


संयोग से, 11 अप्रैल से जब से रैली शुरू हुई है एफआईआई 24,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयरों के नेट बॉयर रहे हैं। इससे पहले एफआईआई नेट सेलर रहे थे। जनवरी और फरवरी में एफपीआई ने 78,027 करोड़ रुपये और 34574 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। चालू कैलेंडर वर्ष में एफपीआई की बिकवाली के बारे में पूछे जाने पर पांडे ने कहा कि एफपीआई ने पिछले पांच वर्षों में इक्विटी और डेट में 58 अरब डॉलर का निवेश किया है।

ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी पांडे ने हाल ही में हुई एफपीआई की बिकवाली के लिए बाजार के महंगे वैल्युएशन,अमेरिका में नए प्रशासन से जु़ड़ी नीतिगत अनिश्चितता, भारत की तुलना में चीन के बाजार के सस्ते होने सहित तमाम कारकों को जिम्मेदार ठहराया।

 

सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए IPO में निवेश ना करें, फिनफ्लूएंसर्स की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें - SEBI चेयरमैन तुहिन कांत पांडे

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।