Stock market : 13 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स भारी उतार-चढ़ाव के बाद हल्की बढ़त के साथ बंद हुए थे। इस हफ्ते आंकड़े मिलेजुले रहे थे जिसका असर भी बाजार पर मिला जुला ही रहा। 2 तिमाही के कमजोर नतीजों ने बाजार को परेशान किया तो देश में गिरती महंगाई और 14 महीनों के हाई पर रही आईआईपी ने बाजार को सपोर्ट दिया। दूसरी तरफ ग्लोबल फ्रंट पर बढ़ते जियोपॉलिटिकल तनाव, अमेरिका में महंगाई में हल्की बढ़त और एफआईआई की तरफ से लगातार हो रही बिकवाली ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया।
इस हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 0.43 फीसदी या 287.11 अंक बढ़कर 66282.74 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 97.5 अंक या 0.49 फीसदी बढ़कर 19751 पर बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो बीएसई मिड-कैप, स्मॉल-कैप और बीएसई लार्ज-कैप सूचकांक में क्रमशः 0.7 फीसदी, 0.8 फीसदी और 0.5 फीसदी की बढ़त हुई।
अलग-अलग सेक्टर की बात करें तो निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 4.3 फीसदी, निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 2.8 फीसदी, निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में लगभग 2 फीसदी और निफ्टी मीडिया इंडेक्स में 1.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर, निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 3.2 फीसदी और निफ्टी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडेक्स 1.6 फीसदी गिर कर बंद हुआ है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली इस सप्ताह भी जारी रही और उन्होंने 2,199.99 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस सप्ताह 3,937.66 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.8 फीसदी बढ़कर बंद हुआ है। आईटीआई, प्रकाश इंडस्ट्रीज, एमएमटीसी, ओमेक्स, जीएफएल, शिवा सीमेंट, श्री ग्लोबल ट्रेडफिन, गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, स्पाइसजेट, जय कॉर्प, पीडीएस और अवांटेल 20-41 फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं। जबकि लांसर कंटेनर्स लाइन्स, थेमिस मेडिकेयर, जीएम ब्रुअरीज, त्रिवेणी टर्बाइन, धामपुर बायो ऑर्गेनिक्स, जुबिलेंट इंडस्ट्रीज, सुप्रिया लाइफसाइंस, स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी और सी.ई. इंफो सिस्टम्स (मैपमाईइंडिया) में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि जब तक निफ्टी 19600 से ऊपर रहेगा तब तक मजबूती जारी रह सकती है। वहीं, निफ्टी के 19600 से गिरने पर ही बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है। इस समय बाजार में आने वाली किसी गिरावट के खरीदारी के मौके के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए। ऊपर की तरफ निफ्टी के लिए 19850 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। 19850 से ऊपर जाने पर निफ्टी में 20000 का स्तर देखने को मिल सकता है।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि डेली चार्ट पर देखने से पता चलता है कि 19640-19620 के जोन ने निफ्टी के लिए एक कुशन के तौर पर काम किया और आगे की गिरावट को रोका है। डेली बोलिंगर बैंड सिकुड़ रहे हैं जो इस बात का संकेत है कि इंडेक्स में अभी और कंसोलीडेशन हो सकता है। डेली और ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटर अगल-अलग संकेत दे रहे हैं। ऐसे में एक और कंसोलीडेशन की काफी संभावना दिखाई दे रही है। शॉर्ट टर्म में इस कंसोलीडेशन की रेंज 19500 - 20100 रहने की उम्मीद है। कंसोलीडेशन की इस अवधि के दौरान स्टॉक विशेष एक्टिविटी और सेक्टर रोटेशन की संभावना है।
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