17 मार्च को खत्म हुआ हफ्ता भारतीय बाजार के लिए एक और उतार-चढ़ाव वाला हफ्ता रहा। इस हफ्ते के शुरुआती 3 दिनों में बाजार दबाव में रहा। अमेरिका के बैंकिंग संकट ने भारत सहित दुनिया के सभी बाजारों पर अपना नेगेटिव असर दिखाया। लेकिन इस संकट से निपटने के लिए अमेरिका की तरफ से तेजी से उठाए गए कदम को देखते हुए बाजार हफ्ते के आखिरी दो कारोबारी दिनों में अपनी कुछ खोई हुई जमीन हासिल करता नजर आया। शुक्रवार को खत्म हुए हफ्ते में सेंसेक्स 1145.23 अंक यानी 1.93 फीसदी गिरकर 57,989.90 पर वहीं निफ्टी 312.9 अंक यानी 1.79 फीसदी की गिरावट के साथ 17,100 पर बंद हुआ।
ब्रॉडर मार्केट पर नजर डालें तो BSE स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप क्रमश: 2.8 फीसदी, 2 फीसदी र 1.6 फीसदी गिरकर बंद हुए। बीते हफ्ते बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 3 फीसदी टूटा। स्वान एनर्जी, पीसी ज्वेलर, जीआरएम ओवरसीज, ब्राइटकॉम ग्रुप, डीप पॉलीमर्स, विकास डब्ल्यूएसपी, रशिल डेकोर, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, फ्यूचर कंज्यूमर और जिंदल ड्रिलिंग में 15-22 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। जबकि जैन इरिगेशन सिस्टम्स, मॉसचिप टेक्नोलॉजीज, मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, जेन टेक्नोलॉजीज, शिवा सीमेंट, ऑनवर्ड टेक्नोलॉजीज और एवाईएम सिंटेक्स में 10-15 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
FIIs रहे नेट सेलर
17 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में FIIs नेट सेलर रहे। एफआईआई ने भारतीय बाजारों में 7,953.66 करोड़ रुपये की बिकवाली की। वहीं डीआईआई ने 9,233.05 करोड़ रुपये की खरीदारी की। हालांकि इस महीने अब तक एफआईआई और डीआईआई ने भारतीय बाजार से 6,408.19 और 16,162.40 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि अमेरिका में PPI इन्फ्लेशन में आई गिरावट और खुदरा बिक्री आंकड़ों में आई कमजोरी ने इस बात की उम्मीद बढ़ा दी है कि यूएस फेड अपनी अगली बैठक में ब्याज दरों में सिर्फ 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी करेगा। ऐसे में बाजार में एक शॉर्ट टर्म पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है। हालांकि बाजार का स्ट्रक्चर अभी भी कमजोर बना हुआ है। ऐसे में ऊपरी स्तरों पर ट्रेडरों को सावधान रहने की जरूरत है।
सिद्धार्थ खेमका ने आगे कहा कि चीन के केंद्रीय बैंक ने इकोनॉमी को प्रोत्साहन देने के लिए CRR में 0.25 फीसदी की कटौती की है। जिसके चलते मेटल सेक्टर में अगले हफ्ते तेजी नजर आ सकती है। इसके अलावा DLF की तरफ से रिकॉर्ड बिक्री के आंकड़े जारी करने के बाद से रियलिटी स्टॉक में भी तेजी की संभावना है। वहीं दूसरी तरफ कच्चे तेल की कीमतें 15 महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गई हैं। जिसके चलते आगे हमें सीमेंट, पेंट और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में भी एक्शन देखने को मिल सकता है।
शेयर खान के जतिन गेड़िया का कहना है कि पिछले हफ्ते के दो आखिरी कारोबारी दिन में निफ्टी में आई पुलबैक रैली में अभी कुछ और ईंधन बाकी हैं। जिसके चलते अगले हफ्ते में भी हमें बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है।
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