Multibagger IPO: पीवीसी के दरवाजे-फर्नीचर बनाने वाली दिग्गज कंपनी काका इंडस्ट्रीज (Kaka Industries) के शेयर पिछले महीने लिस्ट हुए थे। अभी इसे लिस्ट हुए एक महीने भी नहीं हुए हैं और इसने आईपीओ निवेशकों की पूंजी ढाई गुना से अधिक बढ़ा दी है। निवेशकों का पैसा डबल तो पहले ही दिन यानी लिस्टिंग के दिन हो गया था। हालांकि आज इसमें तेज गिरावट रही। इस एसएमई कंपनी के शेयरों की बीएसई एसएमई पर 19 जुलाई को एंट्री हुई थी। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 58 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और आज यह 6.34 फीसदी की गिरावट के साथ 153.70 रुपये (Kaka Share Price) पर बंद हुआ है। पिछले हफ्ते 4 अगस्त 2023 को यह 178.50 रुपये की रिकॉर्ड हाई तक पहुंच गया था। इसका फुल मार्केट कैप 209.95 करोड़ रुपये है।
Kaka IPO में निवेशकों ने जमकर लगाया था पैसा
काका इंडस्ट्रीज के 21.23 करोड़ रुपये का आईपीओ पिछले महीने 10-12 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। आईपीओ में निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए थे और ओवरऑल यह 292.66 गुना सब्सक्राइब हुआ था। खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 358.88 गुना भरा था जबकि क्वॉलिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) का हिस्सा 72.13 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 431.85 गुना भरा था।
पीवीसी दरवाजे, पीवीसी किचन कैबिनेट और फर्नीचर, यूपीवीसी विंडोज प्रोफाइल और वुड पॉलीमर कंपोजिट बनाने वाली यह कंपनी करीब चार साल पहले 2019 में खुली थी। गुजरात के गांधीनगर जिले के जाक गांव में इसके तीन मैनुफैक्चरिंग प्लांट्स हैं जिनकी कुल क्षमता 15,425 मीट्रिक टन पीवीसी प्रोफाइल, 2,995 मीट्रिक टन वुड पॉलीमर कंपोजिट प्रोफाइल और शीट, 2,022 मीट्रिक टन यूपीवीसी डोर और विंडो प्रोफाइल बनाने की है। इसके डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की बात करें तो तेलंगाना के गगीलपुर, यूपी के दादरी और गुजरात के सूरत में डिपो हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका मुनाफा लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 1.41 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2021 में बढ़कर 3.02 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022 में 4.98 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।