Multibagger stock: भारतीय शेयर बाजार में इस साल की शुरुआत से लगातार गिरावट देखी जा रहे हैं। इस दौरान सैंकड़ों शेयरों ने अपना 52 हफ्तों का निचला स्तर छुआ है। हालांकि इसके वाबजूद कुछ ऐसे भी स्टॉक रहे हैं, जो इस दौरान अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न देने में सफल रहे हैं। नवकार अर्बनस्ट्रक्चर (Navkar Urbanstructure) ऐसा ही एक शेयर है।
Navkar Urbanstructure, एक स्मॉल कैप रियल एस्टेट कंपनी है जिसके शेयरों की कीमत पिछले एक साल में 16 रुपये से बढ़कर 62 रुपये के स्तर तक आ गई है। इस तरह पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को करीब 280 फीसदी का रिटर्न दिया है। नवकार के बोर्ड ने अब शेयरों के विभाजन (Stock Split) का फैसला किया है और इसके लिए 24 जून की तारीख को रिकॉर्ड डेट के रूप में तय किया है। कंपनी ने कुछ दिनों पहले शेयर बाजार को भेजी सूचना में बताया था कि बोर्ड ने 5:1 के अनुपात में शेयरों के विभाजन को मंजूरी दी है।
नवकार अर्बनस्ट्रक्चर के शेयरों की फेस वैल्यू अभी 10 रुपये है। कंपनी ने बताया कि वह 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले शेयरों को 5 भागों में विभाजित करेगी। यानी स्टॉक स्पिल्ट के बाद इसके शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये होगी। इसका यह भी मतलब है अगर किसी निवेशक ने इस कंपनी का 1 शेयर खरीदा है, तो स्टॉक स्पिल्ट के बादा उसके शेयरों की संख्या 5 हो जाएगी।
आज लाल निशान में कारोबार कर रहे शेयर
नवकार अर्बनस्ट्रक्चर के शेयर गुरुवार को लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। दोपहर 2:30 बजे के करीब खबर लिखे जाने के समय नवकार अर्बनस्ट्रक्चर के शेयर 3.38% की गिरावट के साथ 62.90 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। इस स्मॉलकैप कंपनी का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन 136.20 करोड़ रुपये है।
नवकार अर्बनस्ट्रक्चर के बोर्ड ने हाल ही में वित्त वर्ष 2022 के लिए 1 फीसदी के डिविडेंड की सिफारिश की है, जिस पर आगामी सालाना जनरल मीटिंग (AGM) में शेयरहोल्डरों की मंजूरी लिया जाना अभी बाकी है।
क्या होता है स्टॉक स्प्लिट?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब होता है शेयरों का विभाजन। आमतौर पर जब शेयरों की कीमत अधिक हो जाती है, तो कंपनी छोटे निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने शेयरों को कई भाग में विभाजित कर देती है। इससे शेयरों की कीमत सस्ती हो जाती है और कंपनी के कुल शेयरों की संख्या बढ़ा दी जाती है। हालांकि इससे कंपनी की मार्केट वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ता है।
उदाहरण के लिए अगर किसी शेयर का मूल्य 1000 रुपये है और कंपनी ने उस शेयर 1:1 के रेशियो में स्पिल्ट यानी विभाजित करने का फैसला किया है तो उस कंपनी के मौजूदा शेयरहोल्डर को हर एक शेयर के बदले में एक अतिरिक्त शेयर जारी किए जाएंगे, लेकिन शेयरों की कीमत आधी यानी की 500 रुपये हो जाएगी। इस तरह प्रति शेयर की कीमत घट जाएगी, लेकिन शेयरहोल्डरों के शेयर की वैल्यू और कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन उतनी ही रहेगी।