BSE में शामिल 6 स्टॉक वित्त वर्ष 2022 में म्यूचुअल फंडों और एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) के पसंदीदा स्टॉक रहे हैं। इस अवधि के दौरान एफआईआई और म्यूचुअल फंडों ने चारों तिमाहियों में लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह जानकारी मनीकंट्रोल के एक विश्लेषण पर आधारित है। हमने अपने विश्लेषण में केवल उन कंपनियों को शामिल किया है जिनका मार्केट कैप 1000 करोड़ रुपये से ऊपर का है। मनीकंट्रोल ने यह आकंड़े ACE Equity से लिए हैं। मनीकंट्रोल SWOT एनालिसिस के मुताबिक इन 6 स्टॉक्स में कमजोर प्वाइंट्स की तुलना में मजबूत प्वाइंट ज्यादा है।
आइए हम इन स्टॉक पर डालते हैं एक नजर।
Bharat Dynamics Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड्स ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 0.41 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 1.43 फीसदी पर आ गई । जबकि दिसंबर तिमाही में यह 1.73 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 2.11 फीसदी पर आ गई है। अब अगर म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 6.89 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 7.43 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 8.04 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 9 फीसदी पर आ गई।
Hindustan Aeronautics Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 0.98 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 2.29 फीसदी पर आ गई। जबकि दिसंबर तिमाही में यह 3.15 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 4.37 फीसदी पर आ गई। अब अगर म्यूचुअल फंड की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 4.71 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 4.95 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 6.05 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 7.83 फीसदी पर आ गई।
Ion Exchange (India) Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 1.49 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 1.63 फीसदी पर आ गई थी। जबकि दिसंबर तिमाही में यह 2.54 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 2.66 फीसदी पर आ गई है। अब अगर म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 5.25 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 5.44 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 6.69 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 6.85 फीसदी पर आ गई।
Poly Medicure Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड्स ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 12.82 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 13.68 फीसदी पर आ गई थी। जबकि दिसंबर तिमाही में यह 14.13 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 15.07 फीसदी पर आ गई है। अब अगर म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 1.96 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 2.39 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 2.58 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 2.87 फीसदी पर आ गई।
Rites Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 1.01 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 1.11 फीसदी पर आ गई थी। जबकि दिसंबर तिमाही में यह 1.30 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 1.45 फीसदी पर आ गई है। अब अगर म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 5.77 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 6.53 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 6.60 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 6.89 फीसदी पर आ गई।
Suven Pharmaceuticals Ltd | वित्त वर्ष 2022 की चारों तिमाहियों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में एफआईआई की होल्डिंग 7.93 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 8.03 फीसदी पर आ गई थी। जबकि दिसंबर तिमाही में यह 8.25 फीसदी और मार्च 2022 तिमाही में 8.56 फीसदी पर आ गई है। अब अगर म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग पर नजर डालें तो जून 2021 तिमाही में इस स्टॉक में उनकी होल्डिंग 4.47 फीसदी थी जो कि सितंबर तिमाही में 4.94 फीसदी पर आ गई। इसके बाद दिसंबर तिमाही में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 5.24 फीसदी पर आ गई। वहीं मार्च 2022 तिमाही में यह 5.91 फीसदी पर आ गई।