SIP : कोविड महामारी के चलते बीते दो साल खासे उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। कुछ कमी रही तो उसकी भरपाई पूर्वी यूरोप में छिड़े युद्ध ने कर दी है। मार्च के पहले सप्ताह में किसी को नहीं मालूम था कि क्या रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine war) जल्द खत्म होगी या क्या यह अनिश्चित काल तक चलेगी या क्या इसमें कई देश कूद पड़ेंगे। ऐसे हालात में सवाल उठता है कि अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?
हमेशा वापसी करता है बाजार
स्टेबिलइनवेस्टर (StableInvestor.com) के फाउंडर देव आशीष ने कहा, वर्तमान में जारी महामारी के चलते बाजार दहल गए थे, जो महज एक महीने (मार्च, 2020) में 30-40 फीसदी टूट गया था। सेंसेक्स (Sensex) महज कुछ हफ्तों में गिरकर 25,000 पर आ गया। एक बार फिर से कुछ महीने पहले इसने 62,000 का स्तर छूआ था। क्राइसिस के दौर में, इनवेस्टर्स को मार्केट के भविष्य को लेकर संदेह हो रहा है। हालांकि, यह ध्यान रखना चाहिए बाजार में हमेशा ही सुधार होता है।
और उस समय के लिए, उन्हें अच्छे फायदे के लिए मुश्किल दौर में निवेश बनाए रखना चाहिए।
देव आशीष कहते हैं, बाजार ने अतीत में कई युद्ध, मंदी और जिओपॉलिटिकल क्राइसिस (geopolitical crises) देखी हैं। लेकिन वे हमेशा ही वापसी करते हैं। इस बार भी, कुछ अलग नहीं होना चाहिए।
जब आसपास बड़ी संख्या में नकारात्मक खबरें हैं और बाजार में भारी गिरावट है। ऐसे में इनवेस्टर्स चिंतित हैं, ज्यादा रिएक्ट कर रहे हैं।
हालांकि, आपको इसी स्थिति से बचना चाहिए। बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए इन प्वाइंट्स को ध्यान में रखें।
खबरों को लेकर ज्यादा रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है। यदि आप मार्केट हिस्ट्री की स्टडी करें तो समझिए, बुरी खबरें आती हैं और बंद हो जाती हैं। आप देखेंगे कि हर क्राइसिस में बाजार हमेशा तेजी से वापसी करता है।
इस अवसर को ज्यादा खरीदारी के लिए इस्तेमाल करें। विंस्टन चर्चिल ने एक बार कहा था, “कभी भी अच्छी क्राइसिस को बेकार नहीं जाने दें।” यह बात इनवेस्टिंग पर भी लागू होती है। इसलिए यदि आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं तो सामान्य रूप से ही इनवेस्ट करते रहें। अपनी इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी में बदलाव करने की जरूरत नहीं है। वास्तव में इक्विटी मार्केट्स में गिरावट निचले स्तरों पर खरीदारी का अच्छा मौका होता है।