रेवेन्यू बढ़ने के बावजूद Info Edge के शेयरों में 5% की गिरावट, इस कारण बिकवाली का दबाव

चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में इंफो ऐज (Info Edge) का कंसालिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़ गया। हालांकि इसके बावजूद इसके शेयर आज इंट्रा-डे में करीब 5 फीसदी टूट गए। कारोबार आगे बढ़ने पर इसमें कुछ रिकवरी तो हुई लेकिन दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 4 फीसदी टूटकर बंद हुआ है। जानिए इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव क्यों रहा

अपडेटेड Aug 11, 2023 पर 3:47 PM
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जून तिमाही में सालाना आधार पर 50 फीसदी नेट प्रॉफिट गिरने के चलते इंफो ऐज का शेयर आज 5 फीसदी टूट गया।
     
     
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    चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में इंफो ऐज (Info Edge) का कंसालिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़ गया। हालांकि समान अवधि में इसका नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 50 फीसदी गिर गया। इसके चलते शेयरों पर आज भारी दबाव दिखा और इंट्रा-डे में यह करीब 5 फीसदी टूटकर 4420 रुपये पर आ गया। कारोबार आगे बढ़ने पर इसमें कुछ रिकवरी तो हुई लेकिन दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 4.16 फीसदी टूटकर 4457.05 रुपये (Info Edge Share Price) पर बंद हुआ है। नौकरीडॉटकॉम, जीवनसाथीडॉटकॉम और 99एकर्सडॉटकॉम की पैरेंट कंपनी इंफो ऐज का मार्केट 57,578.01 करोड़ रुपये है।

    कैसी रही Info Edge की जून तिमाही

    जून तिमाही में इंफो ऐज का कंसालिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़कर 676 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान इसका नेट प्रॉफिट 50 फीसदी गिरकर 147 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका प्रॉफिट आईटी सेक्टर की सुस्ती के चलते फिसला है। इसकी वजह ये है कि आईटी सेक्टर में सुस्ती के चलते जॉब ओपनिंग्स में गिरावट आई और इस वजह से इसकी फ्लैगशिप रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म नौकरी का कारोबार सुस्त पड़ गया। हालांकि स्टैंडएलोन आधार पर कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 37.2 फीसदी चढ़कर 208.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। स्टैंडएलोन आधार पर इसका ऑपरेशनल रेवेन्यू 15 फीसदी उछलकर 584 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 35 फीसदी उछलकर 200 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।


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    कंसालिडेटेड रेवेन्यू को कैसे मिला सपोर्ट

    कंपनी के एमडी और सीईओ हितेश ओबारॉय का कहना है कि आईटी हायरिंग में नौकरी का बिजनेस दिक्कतों से जूझ रहा है लेकिन नॉन-आईटी हायरिंग मार्केट लगातार बेहतर बना रहा। वहीं 99acres की ग्रोथ भी मजबूत बनी रही। इसके अलावा जीवनसाथी (Jeevansathi) में कंपनी की फ्रीमियम स्ट्रैटेजी ने कंपनी के मार्केटिंग के खर्चों को नीचे लाने में मदद की है। रिक्रूटमेंट बिजनेस का रेवेन्यू सालाना आधार पर 15.3 फीसदी और रियल एस्टेट बिजनेस का रेवेन्यू 24.6 फीसदी बढ़ गया।

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    सालाना कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट में गिरावट के बावजूद बेहतर रिजल्ट

    जून तिमाही में इंफो ऐज का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर गिर गया। इसके बावजूद मार्च तिमाही के मुकाबसे यह बेहतर है। मार्च तिमाही में कंपनी को 503 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इसकी वजह ये है कि कंपनी ने शुरुआती स्टेज के जिन स्टार्टअप में पैसे लगाए थे, वे या तो डूब गए या उनका वैल्यूएशन ही गिर गया। कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी चिंतन ठक्कर का कहना है कि आईटी रिक्रूटमेंट में चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद बिलिंग्स में ग्रोथ और 99acres में खर्चों के रेशनलाइजेशन के चलते शिक्षा और जीवनसाथी से इसे सपोर्ट मिला और जून तिमाही में 145 करोड़ रुपये का कैश जेनेरट हुआ।

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    First Published: Aug 11, 2023 3:43 PM

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