नवीन फ्लोरीन के चौथी तिमाही के नतीजें अच्छे हैं। इसमें कंपनी के सीडीएमओ बिजनेस का बड़ा हाथ है। तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी का केमिकल बिजनेस 17 फीसदी बढ़ा। कंपनी ने सूरत और दहेज दोनों ही प्लांट का उच्चतम क्षमता तक इस्तेमाल किया। हाई परफॉर्मेंस प्रोडक्ट (एचपीपी) सेगमेंट में वॉल्यूम अच्छा रहा। प्राइस रियलाइजेशन भी अच्छी रही। तिमाही दर तिमाही आधार पर ग्रॉस मार्जिन थोड़ा घटा ऑपरेटिंग मार्जिन बेहतर रहने से एबिड्टा मार्जिन 25.5 फीसदी पहुंच गया।
सीडीएमओ बिजनेस का सपोर्ट मिलता रहेगा
Navin Fluorine ने कई सेगमेंट्स में कई एग्रीमेंट्स किए हैं, जिससे मीडियम टर्म में आउटलुक स्ट्रॉन्ग दिख रहा है। मैनेजमेंट ने कहा है कि चौथी cGMP फैसिलिटी का पहला चरण इस वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही तक तैयार हो जाएगा। इसका इस्तेमाल यूरोपीय सीडीएमओ बिजनेस के लिए होगा। अगर फिनलैंड की Feromon के साथ एग्रीमेंट की बात की जाए तो कंपनी के पास कैलेंडर ईयर 2025 के लिए ऑर्डर्स हैं।
नए प्लांट से क्षमता बढ़ाने में मिलेगी मदद
एचपीपी सेगमेंट में अतिरिक्त आर-32 गैस कैपिसिटी मार्च 2025 में बनकर तैयार हो गई। anhydrous hydrofluoric (AHF) acid plant के दूसरी तिमाही में तैयार होने जाने की उम्मीद है। कंपनी ने इस पर 450 करोड़ रुपये निवेश किया है। इस प्लांट से कंपनी फार्मा, सोलर, एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक गुड्स सेक्टर की डिमांड पूरी करेगी। Navin Flurine सूरत में एक प्लांट लगा रही है। इस पर करीब 1.4 करोड़ डॉलर का निवेश होगा। कंपनी के दहेज स्थिति एग्रो-स्पेशियलिटी प्लांट में दिसंबर 2024 में ऑपरेशन शुरू हो गया है।
इस साल स्टॉक ने दिया 35 फीसदी रिटर्न
कंपनी ने FY27 तक सीडीएमओ बिजनेस से 10 करोड़ डॉलर रेवेन्यू का टारगेट रखा है। यह FY25 के बेस का 2.5 गुना है। एचपीपी सेगमेंट में कंपनी Honeywell HFO प्रोजेक्ट से आगे की सोच रही है। वह एडवान्स मैटेरियल्स में नए एग्रीमेंट कर रही है। यह मीडियम टर्म के लिहाज से पॉजिटिव है। शॉर्ट टर्म में R-32 के लिए डिमांड काफी अहम है। कंपनी का स्टॉक मई 2024 से 38 फीसदी चढ़ चुका है। इसमें FY27 के 27 गुना EV/EBITDA पर ट्रेडिंग हो रही है। कंपनी को चाइना प्लस वन थीम से फायदा हो सकता है। नवीन फ्लोरीन के शेयरों में 12 मई को बड़ी गिरावट दिखी। यह 3.48 फीसदी गिरकर 4,435 रुपये पर बंद हुआ। इस साल यह स्टॉक 35 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है।