नेस्ले का प्रदर्शन बीते एक दशक में शानदार रहा है। इस दौरान कंपनी ऑपरेटिंग मार्जिन बढ़ाने में सफल रही है। नूडल कैटेगरी में इसकी बाजार हिस्सेदारी 60 फीसदी है। चॉकलेट में यह दूसरे पायदान पर है। लेकिन, इस वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में कंपनी को कच्चे माल की कीमतों में इजाफा और शहरों में कमजोर डिमांड का सामना करना पड़ा है। लेकिन, कंपनी को ज्यादा मार्जिन वाले मिल्क और न्यूट्रिशन बिजनेस से सपोर्ट मिलने की संभावना है। प्रीमियम सेगमेंट में ग्रोथ अच्छी रही है, लेकिन मिड-प्राइस सेगमेंट की ग्रोथ में सुस्ती दिखी है। 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कंजम्प्शन बढ़ाने के लिए बड़े ऐलान किए हैं। इसका फायदा नेस्ले को मिलेगा।