Netweb Tech IPO Listing: सुपर कंप्यूटर बनाने वाली दिग्गज कंपनी नेटवेब टेक के आईपीओ को निवेशकों को काफी तगड़ा रिस्पांस मिला था और अब आज इसकी स्टॉक मार्केट में भी धांसू एंट्री हुई है। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 500 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। अब इसकी मार्केट में 942.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि करीब 89 फीसदी लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर नरम हुए और दिन के आखिरी में बीएसई पर 910.50 रुपये (Netweb Tech Share Price) पर बंद हुए हैं यानी कि हर शेयर पर आईपीओ निवेशक 82 फीसदी फायदे में हैं। हालांकि इस आईपीओ में पैसे लगाने वाले आईपीओ और अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें यह शेयर 25 रुपये के डिस्काउंटेड भाव यानी 475 रुपये में जारी हुआ है।
Netweb Tech IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
नेटवेब टेक का 631 करोड़ रुपये का आईपीओ 17-19 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों को तगड़ा रिस्पांस मिला था। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा सबसे अधिक 220.69 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 83.21 गुना, खुदरा निवेशकों का 19.48 गुना और एंप्लॉयीज कोटा 55.92 गुना भरा था। इस इश्यू के तहत 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 206 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं और बाकी 425 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है।
अब नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी सर्फेस माउंट टेक्नोलॉजी (SMT) लाइन के लिए बिल्डिंग बनाने और इसके लिए मशीनरी खरीदने और इंटीरियर डेवलपमेंट में होगा। इसके अलावा इन पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकता करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Netweb Tech के बारे में डिटेल्स
हाई-एंड कंप्यूटिंग सॉल्यूशंस (HCS) के क्षेत्र में भारत की लीडिंग OEM में शुमार यह कंपनी सुपरकंप्यूटिंग सिस्टम, प्राइवेट क्लाउड और HCI (हाइपर-कन्वर्ज्ड इंफ्रास्ट्रक्चर), डेटा सेंटर सर्वर, एआई सिस्टम और एंटरप्राइज वर्कस्टेशन और HPS (हाई-परफॉर्मेंस स्टोरेज) सॉल्यूशंस प्रोवाइड करती है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हरियाणा के फरीदाबाद में है। यह आईटी में आरएंडडी और सुपरकंप्यूटिंग इत्यादि को लेकर सरकारी संस्थानों को भी सर्विसेज देती है। इसके दो सुपरकंप्यूटर्स दुनिया के टॉप 500 की सूची में 10 बार लिस्ट हुए हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका मुनाफा लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 3.91 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष बढ़कर 8.23 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022 में 22.45 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 46.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
निवेश को लेकर क्या हैं रिस्क
1.कंपनी ने अपने फॉरेन करेंसी एक्सपोजर के संबंध में हेजिंग ट्रांजेक्शन में प्रवेश नहीं किया है।
2.वित्तीय वर्ष 2023, 2022 और 2021 में कंपनी का कैपिसिटी यूटिलाइजेशन कम था।
3.यह अपने राजस्व का अधिकांश हिस्सा अपनी कुछ चुनिंदा HCS ऑफरिंग के ऑपरेशन से हासिल करती है।
4.कंपनी का अधिककर कारोबार इसके टॉप 10 कस्टमर्स पर ही निर्भर है।
5.यह अपने ज्यादातर रेवेन्यू के लिए कुछ ही एप्लीकेशन इंडस्ट्रीज पर निर्भर है। अब अगर इन 6.एप्लीकेशन इंडस्ट्रीज में ग्राहक कम होते हैं तो इसके बिजनेस पर निगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है।
7.कंपनी को वर्किंग कैपिटल की बहुत जरूरत है और अगर यह पर्याप्त वर्किंग कैपिटल नहीं जुटा पाती है तो इसके ऑपरेशन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।