आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के धर्मेश शाह को उम्मीद है कि अप्रैल में निफ्टी 24,200 की ओर बढ़ेगा, क्योंकि यह लेवल गिरावट के पिछले चरण (24,857-21,965) का 80% रिट्रेसमेंट है। लेकिन धर्मेश शाह का यह भी कहना है कि निफ्टी का 24,200 की ओर बढ़ना एक सीधी रेखा में नहीं होगा। अमेरिका की तरफ से टैरिफ ऐलानों के बीच बाजार में वोलैटिलिटी बनी रहेगी। धर्मेश शाह की अप्रैल में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स,टाटा स्टील और पीएफसी में खरीदारी की सलाह है। उनका कहना है कि इन शेयरों में आगे अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
क्या आप मानते हैं कि निफ्टी तकनीकी रूप से काफी मजबूत दिख रहा है और अप्रैल में यह 24,000-24,500 के स्तर की ओर बढ़ सकता है?
इसके जवाब में धर्मेश ने कहा कि निफ्टी ने सबसे मजबूत अप मूव बनाया है। इसके चलते इंडेक्स को छह महीने की फॉलिंग ट्रेंडलाइन से एक मजबूत ब्रेकआउट देनें में मदद मिली है। खास बात यह है कि, हालिया अप मूव को रिट्रेसमेंट के तेज मूव का सपोर्ट मिला है क्योंकि इसने पिछले 19 कारोबारी सत्रों की गिरावट की भरपाई केवल 14 सत्रों में कर ली है। यह एक अच्छा संकेत है। उम्मीद करता है कि निफ्टी अप्रैल में 24,200 की ओर बढ़ेगा क्योंकि यह गिरावट के अंतिम चरण (24,857-21,965) का 80% रिट्रेसमेंट है।
हालांकि धर्मेश शाह का यह भी कहना है कि निफ्टी का 24,200 की ओर बढ़ना एक सीधी रेखा में नहीं होगा। अमेरिका की तरफ से टैरिफ ऐलानों के बीच बाजार में वोलैटिलिटी बनी रहेगी। इसलिए,गिरावट पर खरीदारी करना सबसे बेहतर रणनीति होगी। निफ्टी के लिए 23,000-22,800 की रेंज में मजबूत सपोर्ट मौजूद है।
क्या निजी बैंक चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं? अगर ऐसा है, तो क्या आपको लगता है कि बैंक निफ्टी जल्द ही 53,000 तक पहुंच जाएगा?
निजी बैंकों को शेयरों ने मौजूदा पुलबैक में लीडरशिप की है। इसने सिर्फ़ एक हफ़्ते में पांच हफ़्तों की गिरावट भरपाई करते हुए तेज़ी से वापसी की है। इससे आगे और तेजी आने की संभावना दिख रही है।। इस स्ट्रक्चरल सुधार ने बैंक निफ्टी को पांच महीने की गिरावट के बाद 100-वीक ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर बने डबल बॉटम पैटर्न से बाहर निकलने में मदद की है। ये ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है। इसे देखकर लगता है कि बैंक निफ्टी में 53,500 की ओर चल रहा अप मूव आगे बढ़ सकता है।
क्या आपको उम्मीद है कि अप्रैल में निफ्टी फार्मा रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाएगा?
पिछले छह महीनों में 18 फीसदी की गिरावट के बाद निफ्टी फार्मा इंडेक्स कंसोलीडेट हो रहा है। अमेरिकी टैरिफ ऐलानों को ध्यान में रखते हुए फार्मा सेक्टर में सतर्कता बनाए रखते हुए तेजी का नजरिया है। इस सेक्टर के चुनिंदा शेयरों पर ही दांव लगाने की सलाह होगी। सिप्ला और अजंता फार्मा जैसी अपेक्षाकृत कम अमेरिकी जोखिम वाली कंपनियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके अलावा CDMO (Contract Development and Manufacturing Organization) सेगमेंट में आने वाली पिरामल फार्मा, सिंजेन इंटरनेशनल और लॉरस लैब्स जैसी कंपनियां अच्छी लग रही हैं। ये स्टॉक अपने लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज के आसपास एक मजबूत आधार बना रहे हैं।
क्या आपको वीकली चार्ट के आधार पर रियल्टी शेयरों में मजबूत उछाल की संभावना दिखती है?
पिछले आठ महीनों में 30% की गिरावट के बाद रियल्टी इंडेक्स 100-वीक ईएमए के आसपास बेस बना रहा है। मौजूदा ओवरसोल्ड स्थिति इस जोन में धीरे-धीरे सुधार आने के संकेत दे रही। रियल्टी सेक्टर में भी स्टॉक-स्पेसिफिक रणनीति अपनाने की सलाह होगी। इसके अलावा, आरबीआई द्वारा दरों में कटौती से इस सेक्टर के लिए सेंटीमेंट पॉजिटिव होगा और आगे की तेजी बढ़ सकती। इस सेक्टर में डीएलएफ और गोदरेज प्रॉपर्टीज के शेयर अच्छे नजर आ रहे हैं।
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