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Share Markets: शेयर बाजार के अगले 3 महीने होंगे शानदार? जेफरीज ने Nifty को दिया 26,600 का टारगेट

Share Markets: शेयर बाजार की हालिया गिरावट से अगर आप परेशान हैं, स्टॉक मार्केट को लेकर आपका भरोसा डगमगा गया है तो ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज और HSBC की नई रिपोर्टें आपको कुछ हद तक राहत पहुंचा सकती है। जेफरीज का कहना है कि निफ्टी में अगले करीब 3 महीने में 7 फीसदी तक की उछाल आ सकती है। वहीं HSBC ने करीब 8 महीने बाद भारत को लेकर अपनी राय बदली है

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Sep 25, 2025 पर 7:35 PM
Share Markets: शेयर बाजार के अगले 3 महीने होंगे शानदार? जेफरीज ने Nifty को दिया 26,600 का टारगेट
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Share Markets: शेयर बाजार की हालिया गिरावट से अगर आप परेशान हैं, स्टॉक मार्केट को लेकर आपका भरोसा डगमगा गया है तो ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज और HSBC की नई रिपोर्टें आपको कुछ हद तक राहत पहुंचा सकती है। जेफरीज का कहना है कि निफ्टी में अगले करीब 3 महीने में 7 फीसदी तक की उछाल आ सकती है। ब्रोकरेज ने इंडिया स्ट्रैटजी नाम से एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उसने भारतीय शेयर बाजार को लेकर अपनी राय रखी है। जेफरीज का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार का 2025 में अब तक प्रदर्शन कमजोर रहा है, लेकिन साल के बाकी बचों महीनों में इसमें तेज उछाल देखने को मिल सकती है। साल 2025 के अंत तक उसने निफ्टी के 7 फीसदी उछलने का अनुमान जताया है।

जेफरीज ने कहा कि निफ्टी इंडेक्स साल 2025 के अंत तक 26,600 के स्तर तक जा सकता है। फिलहाल निफ्टी करीब 24,900 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसका मतलब है कि ब्रोकरेज को अगले करीब 3 महीने में इस इंडेक्स के 1700 अंक तक उछलने का अनुमान है। हालांकि जेफरीज ने साथ में यह भी कहा कि इक्विटी की अधिक सप्लाई बाजार की रफ्तार को सीमित कर सकती हैं।

जेफरीज ने यह भी कहा कि विदेशी निवेशक भारत को लेकर अंडरवेट यानी कमजोर स्थिति में हैं। विदेशी निवेशकों की सबसे बड़ी चिंता कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ है, जो उनकी उम्मीद के मुताबिक नहीं है। हालांकि ब्रोकरेज का कहना है कि सरकार ने हाल में कुछ ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ तेज हो सकती है। जैसे भारतीय रिजर्व बैंकों ने इस साल अब तक तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है और इसके आगे भी और घटने की उम्मीद है।

इसके अलावा सरकार ने हाल ही में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) में बड़े सुधार किए हैं, जिससे कंज्म्शन में तेज उछाल आने की उम्मीद है। भारत के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वेंकटरमन अनंत नागेश्वरन ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ के 6.3 से 6.8 फीसदी के बीच रहने का अनुमान जताया है। जेफरीज का कहना है कि इन सभी उपायों से आने वाली तिमाहियों कॉरपोरेट अर्निंग्स ग्रोथ तेज होती दिख सकती है, जो विदेशी निवेशकों को भी भारत की ओर वापस आकर्षित करेगी।

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