Nifty at New High: शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक निफ्टी (Nifty) शुक्रवार 1 दिसंबर को नए शिखर पर पहुंच गया। भारत की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े सितंबर तिमाही में उम्मीद से अच्छे रहे हैं। इसके चलते शुक्रवार को शेयर बाजार में तेजी का माहौल रहा। निफ्टी कारोबार के दौरान 20,291 के नए शिखर पर पहुंच गया। भारत सरकार ने एक दिन पहले बताया था कि सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रही। इसके अलावा बाजार में विदेशी निवेशकों की वापसी, एग्जिट पोल में दो राज्यों में बीजेपी को बढ़त मिलने, टैक्स कलेक्शन में मजबूत उछाल और 8 प्रमुख इंडस्ट्रीज के बेहतर प्रदर्शन से भी बाजार के सेटीमेंट को मजबूती मिली।
कारोबार के अंत में निफ्टी 134.75 अंक या 0.67% बढ़कर 20,267.90 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं सेसेंक्स 492.75 अंक यानी 0.74% की तेजी के साथ 67,481.19 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, सेंसेक्स अभी भी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 67,927 से करीब 450 अंक दूर है।
मार्केट्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि इजराइल-हमास के बीच तनाव कम होने, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट और डॉलर में कमजोरी के लिए निवेशक आशावादी हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर विराम के बाद अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीतिगत दर में कटौती कर सकता है।
इसके अलावा कई ब्रोकरेज फर्मों ने भी इस बीच भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया है, इससे भी बाजार का सेंटीमेंट हाई हुआ है। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने लगातार चौथे कारोबारी दिन करीब 10,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार 30 नवंबर को उन्होंने करीब 8,150 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भारत ने सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ के साथ पूरी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी पहचान मजबूत की है। खासतौर से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के ग्रोथ में खासा उछाल देखा गया है।
GDP के ताजा आंकड़ों ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुमान को भी पीछे छोड़ दिया है। इससे पहले मौजूदा वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट 7.8 प्रतिशत रही थी। वहीं एक साल पहले सितंबर तिमाही में देश की GDP ग्रोथ रेट 6.3 प्रतिशत थी।
अक्टूबर महीने में देश के 8 सबसे अहम इंडस्ट्रीज का उत्पादन 12.1 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 0.7 प्रतिशत था। साथ ही आधिकारिक आंकड़ों से पता चला कि सितंबर में उत्पादन की दर को पहले के 8.1 प्रतिशत से संसोधित कर 9.2 प्रतिशत कर दिया है। अगस्त 2023 के आंकड़ों को भी 12.1 प्रतिशत से 12.5 प्रतिशत पर संशोधित किया गया था।