15 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में लगातार तीसरे हफ्ते तेजी देखने को मिली थी। पॉजिटव मैक्रो आंकड़ों, घरेलू निवेशकों की तरफ से लगातार हो रही खरीदारी, एफआईआई की बिकवाली में आई गिरावट कुछ ऐसे कारण रहे जिनसे बाजार को सपोर्ट मिला। अगले हफ्ते होने वाली यूएस फेड की मीटिंग में ब्याज दरों में कोई बढ़त न होने की उम्मीद के चलते भारतीय बाजार में एफआईआई की बिकवाली कम होती दिखी है। आइए एक नजर डालते हैं इस हफ्ते बाजार की संभावित चाल पर विशेषज्ञों की राय पर।
एंजेल वन के राजेश भोसले की राय
राजेश भोसले का कहना है कि आगे हमें बाजार में उतनी तेज बढ़त देखने को नहीं मिलेगी जितनी तेज बढ़त अब तक देखने को मिली है। बाजार में हमें में बीच-बीच में कंसोलीडेशन और करेक्शन देखने को मिल सकता है। हालांकि बाजार का ओवरऑल ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है। बाजार में इस समय गिरावट में खरीदारी के मौके तलाशने की रणनीति अपनानी चाहिए। अब निफ्टी के लिए 20000 का पिछला रजिस्टेंस तत्काल सपोर्ट के रूप में काम करता दिख सकता है। जबकि मंगलवार का 19900 का पेनिक लो इसके लिए बड़ा सपोर्ट दिख रहा। दूसरी ओर निफ्टी के लिए अब ऊपर की तरफ 20400 से 20500 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।
रेलीगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा की राय
अजीत मिश्रा का कहना है कि निफ्टी में पॉजिटिव ट्रेंड कायम रहने की उम्मीद है। हालांकि 20300 पर इसके रजिस्टेंस दिख रहा है। ऐसे में बीच में इसमें कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है। ऐसे में निवेशकों के गिरावट में खरीद की रणनीति अपनाते हुए अच्छे रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो वाले शेयरों पर फोकस करने की सलाह होगी।
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि यूएस ट्रेजरी यील्ड में गिरावट के चलते ग्लोबल इक्विटी मार्केट में तेजी आई है। इसका हमारे बाजारों पर भी पॉजिटिव असर देखने को मिला है। डेली और वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक ब्रेकआउट कंटिन्यूएशन फॉर्मेशन बनाया है। इससे शॉर्ट टर्म में बाजार में तेजी जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि बाजार का ओवरऑल ट्रेंड तेजी का है लेकिन ये अस्थायी रूप से ओवरबॉट दिख रहा है। ऐसे में हमें ऊपरी स्तरों पर कुछ मुनाफावसूली देखने को मिल सकती। शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए 20075 और 20000 पर सपोर्ट दिख रहा है। जबकि 20300-20375 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि अब जब तक निफ्टी 20000 के ऊपर टिका रहेगा तब तक इसका रुझान पॉजिटिव बने रहने की संभआवना है। शॉर्ट टर्म में निफ्टी के ऊपर की ओर 20480-20500 की ओर बढ़ता दिख सकता है।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि डेली चार्ट पर हम देख सकते हैं कि पिछले तीन कारोबारी सत्रों से निफ्टी में तेजी धीमी हो गई है। चढ़ाई का स्लोप उथला रहा है। निफ्टी 20100 - 20200 के जोन में पहुंच गया है, जहां वीकली अपर बोलिंगर बैंड स्थित है। इसके चलते निफ्टी की तेजी थोड़ी कम हुई है। हालांकि बाजार का शॉर्ट टर्म आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। हालांकि, पिछले तीन कारोबारी सत्रों से बनी जोरदार तेजी को देखते हुए हमें सतर्क रहने और किसी करेक्शन के लिए तैयार रहना चाहिए। 20050 - 20000 के स्तर पर निफ्टी के लिए बड़ा सपोर्ट है। जबकि 20200 - 20250 पर इसके लिए तत्काल रजिस्टेंस दिख रहा है।
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