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Nifty Outlook: 29 सितंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से

Nifty Outlook: निफ्टी पिछले हफ्ते 800 पॉइंट गिरकर 25,448 के हाई से 24,650 पर आ गया। इसकी बड़ी वजह IT और Pharma सेक्टर पर दबाव रहा। एक्सपर्ट से जानिए सोमवार, 29 सितंबर को निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल कौन-से रहेंगे।

अपडेटेड Sep 28, 2025 पर 7:52 PM
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Nifty छह दिनों की गिरावट के बाद अब सपोर्ट (support) के लिए निचले स्तरों की तरफ देख रहा है।

Nifty Outlook: अगर किसी हफ्ते को 'भूल जाने लायक' कहा जाए, तो Nifty के पिछले हफ्ते का नाम सबसे ऊपर आएगा। 18 सितंबर को 25,448 के हाई से Nifty अब तक 800 पॉइंट गिर चुका है। इसका मतलब है कि अगस्त 29 के निचले स्तर से आई 1,000 पॉइंट की रैली का 80% हिस्सा वापस लौट गया।

अब सोमवार 29 सितंबर से शुरू हो रहे हफ्ते में निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन-से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ था।

निफ्टी पर सबसे ज्यादा दबाव


पिछले हफ्ते सबसे ज्यादा दबाव IT सेक्टर पर रहा। देश की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में छह दिनों की गिरावट ने 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का मार्केट कैप गंवा दिया। यह कुल 16 लाख करोड़ रुपये के नुकसान का करीब 12.5% है। TCS ने अकेले इसका 50% योगदान दिया। टाटा ग्रुप का यह स्टॉक 52-वीक के निचले स्तर पर पहुंच गया। इसने पिछले तीन साल में निवेशकों को कोई रिटर्न नहीं दिया है।

अगर IT का झटका काफी नहीं था, तो शुक्रवार को फार्मा सेक्टर पर भी दबाव आ गया। खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद। इस दिन Sun Pharma जैसे शेयर 52-वीक के लो-लेवल पर आ गए। आईटी की तरह फार्मा सेक्टर में भी काफी कमजोरी देखने को मिली।

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आने वाले हफ्ते में बाजार की चुनौतियां

Nifty अब एक अहम हफ्ते में प्रवेश कर रहा है। टैरिफ से जुड़ी घटनाओं पर ध्यान रहेगा, लेकिन कई अन्य खबरों पर भी नजर रखनी होगी। सबसे पहले, मंगलवार को क्वार्टर खत्म हो रहा है। कंपनियां बुधवार से अपने तिमाही बिजनेस अपडेट जारी करना शुरू करेंगी। सबसे पहले ऑटो कंपनियों के नतीजे आएंगे।

GST सुधार के बाद ऑटो शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। पिछले एक महीने में ये 15% से 20% तक बढ़ गए हैं। Maruti Suzuki, Eicher Motors, Hyundai Motor India, M&M जैसे बड़े नाम या तो रिकॉर्ड हाई पर हैं या उसके करीब ट्रेड कर रहे हैं। अब देखना यह है कि उनके नतीजे इस तेजी को वाजिब ठहराते हैं या नहीं।

छोटे ऑटो एंसीलरी कंपनियों ने पिछले दो हफ्तों में और भी तेजी दिखाई। RACL Geartech, Automotive Stampings and Assemblies, Munjal Auto जैसे छोटे नामों ने पिछले हफ्ते 15% से 30% तक का उछाल देखा। वहीं, FMCG कंपनियों पर भी नजर रहेगी। GST सुधार से खपत बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, HUL ने शुक्रवार को तिमाही अपडेट में कहा कि मौजूदा क्वार्टर में प्रदर्शन कुछ धीमा रह सकता है। इसका असर अक्टूबर में भी देखने को मिल सकता है।

RBI का पॉलिसी रेट से उम्मीदें

RBI बुधवार (1 अक्टूबर) को रेपो रेट पर नतीजों का ऐलान करेगा। बाजार अभी भी इस बात को लेकर बंटा हुआ है कि MPC को एक और कटौती करनी चाहिए या दरों को जस का तस रखना चाहिए। SBI रिसर्च का मानना है कि RBI के पास रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट कटौती की गुंजाइश रहेगी। हालांकि, कई अन्य एक्सपर्ट का अनुमान है कि GST सुधार और अमेरिकी टैरिफ के साथ रुपये में कमजोरी जैसे फैक्टर RBI को रेट कट से रोक सकते हैं।

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निफ्टी के लिए कौन-से लेवल अहम

Nifty छह दिनों की गिरावट के बाद अब सपोर्ट (support) के लिए निचले स्तरों की तरफ देख रहा है। शुक्रवार को 24,650 पर बंद हुआ, जो पहली डिफेंस लाइन है। इसके नीचे जाने पर क्रमशः 24,621 (5 सितंबर), 24,533 (3 सितंबर) और 24,404 (29 अगस्त) के निचले स्तर नजर आएंगे। ऊपर की तरफ, 24,800 पार करना पहला महत्वपूर्ण स्तर होगा, उसके बाद Nifty 25,000 के करीब जा सकता है।

Nifty Bank ने हाल की 1,000-पॉइंट रैली में काफी अहम योगदान दिया था। वह भी हालिया गिरावट में पिसा है। हाल की रैली में निफ्टी बैंक 55,700 तक गया था, लेकिन टिक नहीं पाया। अब यह 55,000 के नीचे है और 54,500 के मनोवैज्ञानिक सपोर्ट लेवल के पास है। अगर ओवरसोल्ड लेवल से उछाल आता है, तो 54,500 के ऊपर की ओर नजर रखनी होगी।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

LKP Securities के वत्सल भुवा के अनुसार, शुक्रवार को Nifty का 20 और 50-दिन का एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) टूटना शॉर्ट टर्म के साथ-साथ ओवरऑल बाजार सेंटीमेंट में भी कमजोरी का संकेत देता है। उनका मानना है कि जब तक Nifty 25,000 के स्तर से नीचे रहेगा, बाजार का मूड बेयरिश ही बना रहेगा। नीचे की तरफ अगला महत्वपूर्ण स्तर 200-दिन का DEMA है, जो 24,400 के आसपास है।

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Religare Broking के अजीत मिश्रा के अनुसार, बड़ी कंपनियों में कमजोरी ने गिरावट को तेज कर दिया है। इंडेक्स अब 200-DEMA के पास 24,400 के स्तर तक पहुंच रहा है, उसके बाद 24,000-24,200 का क्षेत्र सपोर्ट देगा। वहीं, अगर बाजार में किसी तरह का रिकवरी (rebound) आता है, तो पहले का सपोर्ट लेवल 25,000 (20-DEMA) मजबूत रेजिस्टेंस (resistance) के रूप में काम करेगा।

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