Nifty Outlook: 31 अक्टूबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: फेडरल रिजर्व की सख्त टिप्पणी के बाद घरेलू बाजार में तेज गिरावट आई। अब शुक्रवार 31 अक्टूबर को निफ्टी किन लेवल्स पर टिकेगा या टूटेगा, एक्सपर्ट्स ने बताया अगला रुझान और अहम सपोर्ट-रेजिस्टेंस पॉइंट।
HDFC Securities के नागराज शेट्टी के मुताबिक, निफ्टी का नजदीकी ट्रेंड अब भी पॉजिटिव बना हुआ है।
Nifty Outlook: शेयर बाजार में गुरुवार को बियर्स का दबदबा रहा। इसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दिसंबर की ब्याज दर कटौती पर उम्मीद से सख्त टिप्पणी रही। इसके बाद निफ्टी में कमजोर शुरुआत हुई और इंडेक्स 70 अंक नीचे खुला। यह लगातार फिसलता रहा और दिन के अंत में निफ्टी 176 अंक गिरकर 25,878 पर बंद हुआ।
अब शुक्रवार, 31 अक्टूबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन-से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि बाजार में गुरुवार को क्या खास हुआ।
फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट
निफ्टी के साथ ब्रॉडर मार्केट भी लाल निशान में रहा। लार्जकैप शेयरों का प्रदर्शन मिडकैप्स की तुलना में ज्यादा कमजोर रहा। निफ्टी 25,900 के स्तर को नहीं थाम सका और इसके करीब 40 शेयर गिरावट में बंद हुए।
कोल इंडिया, लार्सन एंड टुब्रो और हिंडाल्को टॉप गेनर्स रहे। वहीं, डॉ. रेड्डीज, सिप्ला और HDFC लाइफ सबसे ज्यादा गिरे।
फार्मा सेक्टर में बिकवाली हावी रही। डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज के शेयर Semaglutide से जुड़ी खबरों के बाद सबसे ज्यादा गिरे। सिप्ला के शेयर भी करीब 4% टूटे क्योंकि कंपनी ने बताया कि उसके MD और ग्लोबल CEO उमंग वोहरा रीअप्वाइंटमेंट नहीं लेंगे।
सेक्टोरल इंडेक्स पर असर
निफ्टी रियल्टी को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थकेयर और फार्मा सबसे कमजोर सेक्टर रहे, जिससे बाजार पर व्यापक दबाव बना रहा।
ब्रॉडर मार्केट ने हालांकि निफ्टी की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में केवल 0.1% की गिरावट रही, जबकि निफ्टी 0.7% टूटा।
LensKart का IPO कल खुलेगा
शुक्रवार को आईवियर रिटेलर LensKart Solutions का ₹7,278 करोड़ का IPO खुलेगा। कंपनी ने प्राइस बैंड ₹382 से ₹402 प्रति शेयर तय किया है। इश्यू के बाद कंपनी का वैल्यूएशन करीब ₹69,741 करोड़ होगा।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
HDFC Securities के नागराज शेट्टी के मुताबिक, निफ्टी का नजदीकी ट्रेंड अब भी पॉजिटिव बना हुआ है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म में मुनाफावसूली का दौर चल रहा है। उनका मानना है कि इंडेक्स को 25,800-25,700 के स्तर पर सपोर्ट मिल सकता है। इसके बाद इसमें दोबारा तेजी देखी जा सकती है।
Asit C. Mehta Investment Intermediates के हृषिकेश येदवे ने कहा कि जब तक निफ्टी 26,100 के नीचे बना हुआ है, तब तक यह 25,670-26,100 के दायरे में कंसोलिडेट करता रहेगा। अगर इंडेक्स 26,100 के ऊपर ब्रेकआउट करता है, तो यह 26,280 के पिछले ऑल-टाइम हाई की ओर बढ़ सकता है।
बढ़ सकता है करेक्शन
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी अभी अपनी मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है, जिससे शॉर्ट-टर्म ट्रेंड ऊपर की ओर बना है, लेकिन मौजूदा करेक्शन थोड़ा और बढ़ सकता है।
डे के अनुसार, अगर शुक्रवार को निफ्टी 25,900-25,950 के नीचे टिकता है, तो यह 25,800 या उससे नीचे तक जा सकता है। वहीं, अगर यह 25,950 के ऊपर निकलता है, तो बुल्स को फिर से मजबूती मिल सकती है।
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