Nifty Outlook: 5 सितंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: GST सुधारों की उम्मीदों पर निफ्टी गुरुवार को 25,000 के करीब खुला, लेकिन मुनाफावसूली से तेजी टिक नहीं पाई। एक्सपर्ट से जानिए कि शुक्रवार, 5 सितंबर को निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या रहेगा।
निफ्टी के लिए 24,900-25,000 का जोन बेहद अहम है, जो 50 और 89-DEMA के पास है।
Nifty Outlook: GST काउंसिल की बैठक के सकारात्मक नतीजों के चलते गुरुवार को निफ्टी 25,000 के करीब खुला। हालांकि, शुरुआती उत्साह ज्यादा देर नहीं टिक पाया और इंडेक्स तेजी का फायदा नहीं उठा सका। GST 2.0 सुधारों को लेकर जो जोश था, वह काफी कम समय का साबित हुआ।
मजबूत शुरुआत के बाद ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिट बुकिंग से ट्रेंड पलट गया। निफ्टी आखिर में 19 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,734 पर बंद हुआ। यह संकेत देता है कि जीएसटी से जुड़ी सकारात्मक खबर पहले से ही कीमतों में शामिल हो चुकी थी और ऐलान के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली की।
अब हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार, 5 सितंबर को निफ्टी का हाल कैसा रहेगा, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि गुरुवार को बाजार में क्या खास हुआ।
किन स्टॉक्स में दिखा एक्शन
दिन भर चली प्रॉफिट बुकिंग के बीच कुछ स्टॉक्स ने मजबूती दिखाई। निफ्टी पैक में महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस और अपोलो हॉस्पिटल्स टॉप गेनर्स रहे। दूसरी ओर, HDFC लाइफ, टाटा कंज्यूमर और इंडसइंड बैंक को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा।
सेक्टोरल इंडेक्स की तस्वीर मिली-जुली रही। निफ्टी ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज और एफएमसीजी में बढ़त देखने को मिली। वहीं, निफ्टी पीएसयू बैंक, ऑयल/गैस और आईटी सेक्टर दबाव में रहे। ब्रॉडर मार्केट ने भी सतर्कता का रुख दिखाया और मिडकैप व स्मॉलकैप इंडेक्स बेंचमार्क से कमजोर रहे। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.67% टूटा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.71% गिरा।
अब किन फैक्टर पर नजर
वैश्विक व्यापार मोर्चे पर भारत नवंबर तक अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की तैयारी में है। वहीं, यूरोपीय यूनियन के साथ बातचीत भी अगले चरण में पहुंच गई है। यूरोपीय यूनियन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। पिछले वित्त वर्ष में कुल $137.4 अरब का गुड्स ट्रेड हुआ। दोनों पक्ष 2025 के अंत तक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को फाइनल करने का लक्ष्य रख रहे हैं।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
विदेशी निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली और अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की अनिश्चितता के चलते बाजार दबाव बना हुआ है। वहीं, मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि हालिया GST सुधारों से उपभोक्ता मांग बढ़ेगी, कॉर्पोरेट नतीजों को सपोर्ट मिलेगा और त्योहारों से पहले बाजार की धारणा बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बाजार धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ेगा।
HDFC Securities के नगराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी की हालिया रिकवरी अटक गई है और मौजूदा बाजार की चाल ज्यादा कंसोलिडेशन या कमजोरी दिखा रही है। नियर टर्म में 24,550 और 24,400 अहम सपोर्ट स्तर हैं। वहीं, केवल 25,000 के ऊपर मजबूती से निकलना ही शॉर्ट कवरिंग को ट्रिगर कर सकता है।
Angel One के राजेश भोसले का कहना है कि 24,900-25,000 का जोन बेहद अहम है, जो 50 और 89-DEMA के पास है। इस रेंज के ऊपर साप्ताहिक क्लोजिंग मिलने पर बुल्स की पोजीशन मजबूत होगी और आगे तेजी की गुंजाइश बनेगी। वहीं, तुरंत सपोर्ट 24,500 और उसके बाद 24,430 पर है। अगर यह अहम जोन लगातार टूटता है, तो हालिया पॉजिटिव मोमेंटम खत्म हो सकता है और निफ्टी और नीचे जा सकता है।
इंडेक्स ट्रेंड रिवर्सल के करीब
LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि निफ्टी, GST सुधारों की उम्मीदों पर मजबूत शुरुआत के बाद भी ज्यादातर बढ़त गंवा बैठा। 21-EMA के नीचे क्लोजिंग कमजोरी जारी रहने का संकेत देती है, हालांकि इंडेक्स ट्रेंड रिवर्सल के करीब लग रहा है।
उन्होंने कहा, 'अगर निफ्टी मजबूती से 24,750 के ऊपर जाता है तो 25,000 तक पहुंच सकता है। लेकिन अगर अगले दो-तीन दिनों में यह 24,750 के ऊपर क्लोज नहीं करता, तो दोबारा बिकवाली का दबाव आ सकता है।'
HDFC Securities के नंदीश शाह ने बताया कि निफ्टी अहम 50-दिन के DEMA के ऊपर टिक नहीं पाया और सुबह की सारी बढ़त गंवाकर दिन के निचले स्तर के पास बंद हुआ। इंडेक्स बिल्कुल 20-दिन के DEMA (24,734) पर बंद हुआ। मजबूत सपोर्ट अभी भी 24,500 के पास है, जबकि 24,800 के ऊपर क्लोजिंग मिलने पर ही चार्ट पर बुलिश ट्रेंड की पुष्टि होगी।
SBI Securities के सुदीप शाह ने कहा कि निफ्टी के लिए तात्कालिक सपोर्ट 24,630-24,600 के बीच है। अगर यह 24,600 के नीचे जाता है, तो अगला अहम सपोर्ट 24,450 होगा। ऊपर की ओर 24,850-24,880 का लेवल बड़ा रेजिस्टेंस साबित होगा।
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