ट्रेडर्स ने 27 नवंबर को सेंसेक्स के 86,400 कॉल ऑप्शन प्रीमियम में अचानक उछाल पर हैरानी जताई है। आज (27 नवंबर) सेंसेक्स डेरिवेटिव्स की मंथली एक्सपायरी थी। बाजार के सूत्रों ने मुताबिक, कुछ ही समय में यह प्रीमियम 3 रुपये से बढ़कर 45 रुपये हो गया। ट्रेडर्स का कहना है कि सेंसेक्स डेरिवेटिव्स में ऐसा बार-बार देखने को मिला है। उनका मानना है कि इसमें किसी तरह की चालाकी (manipulation) का हाथ हो सकता है। कुछ ट्रेडर्स ने इसमें फ्रीक ट्रेड्स का संदेह जताया।
कॉल ऑप्शन प्रीमियम में अचानक उछाल की वजह
Tips2trade के एआर रामचंद्रन ने कहा, "27 नवंबर को 86400 CE Sensex में अचानक उछाल की वजह HFT या कोई बड़ा इंस्टीट्यूशनल ट्रेड हो सकती है। हालांकि, सेंसेक्स के 15-मिनट के नॉर्मल चार्ट में एक शूटिंग स्टार देखने को मिला था। इसका बुलिश से बेयरिश के ट्रेंड रिवर्सल का संकेत है। इसलिए ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स के लिए सेंसेक्स ऑप्शंस की जगह Nifty Options में ट्रेड करना बेहतर है। सेंसेक्स में इस तरह के बहुत ज्यादा वोलैटिलिटी के साथ ट्रेडिंग में टेक्निकल गड़बड़ी भी आती है, जिसकी जांच रेगुलेटर को करनी चाहिए।"
पहले भी ऑप्शन प्रीमियम में आया था अचानक उछाल
हालांकि, डेरिवेटिव्स के एक एक्सपर्ट ने मैनिपुलेशन के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, "जब मार्केट्स चढ़ने पर 86400 जैसे OTM में मूवमेंट देखने को मिलेगा। ऐसे में किसी उतारचढ़ाव वाले सत्र में 3 रुपये 45 रुपये हो सकता है।" ट्रेडर्स ने ऐसे मसले 13 नवंबर को सेंसेक्स ऑप्शंस के एक्सपायरी के दिन उठाए थे। तब ट्रेडर्स ने अंतिम मिनट में पुट ऑप्शन प्रीमियम में असाधारण उछाल का आरोप लगाया था। अंडरलाइंग इंडेक्स में बड़े मूवमेंट के बगैर डीप ओटीएम पुट अचानक उछल गया था।
एक्सचेंज का सर्विलांस सिस्टम मूवमेंट पर रखता है नजर
एक एक्सपर्ट ने कहा कि स्टॉक एक्सचेंज का सर्विलांस सिस्टम्स रियल-टाइम बेसिस पर ऐसे मूवमेंट्स पर करीबी नजर रखते हैं। किसी तरह का असामान्य मूवमेंट नजर आने पर ट्रेड के एग्जिक्यूट करने वाले पक्षों को इस बारे में बताया जाता है। 27 नवंबर को सेंसेक्स 0.1 फीसदी चढ़कर 85,720.38 प्वाइंट्स पर बंद हुआ।