कंसोलीडेशन के बाद निफ्टी फिर पकड़ेगा रफ्तार, रोल-ओवर आंकड़े इन शेयरों में तेजी आने के दे रहे संकेत - सुदीप शाह
सुदीप शाह का मानना है कि कंसोलीडेशन पूरा करने के बाद निफ्टी 50 अपनी तेजी जारी रखेगा और 26,500 तक पहुंच जाएगा। जिसके बाद शॉर्ट टर्म में इसका अगला लक्ष्य 26,750 होगा। सुदीप शाह एसबीआई सिक्योरिटीज में तकनीकी और डेरिवेटिव रिसर्च के हेड हैं
सुदीप का मानना है कि आगे निफ्टी इंडेक्स अपनी तेजी जारी रखेगा। ये जल्द ही 26,500 के स्तर को छू सकता है। इसके बाद शॉर्ट टर्म में निफ्टी में 26,750 का स्तर भी मुमकिन है
एसबीआई सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने मनीकंट्रोल को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि चूंकि लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो (FII इंडेक्स पोजीशन के आधार पर) ओवरबॉट जोन के करीब पहुंच रहा है, इसलिए अंतर्निहित ट्रेंड बहुत मजबूत होने के बावजूद आने वाले कुछ कारोबारी सत्रों में निफ्टी 50 इंडेक्स में कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है और बाजार कुछ ठंडा पड़ सकता है। इस कंसोलीडेशन के बाद निफ्टी फिर से रफ्तार पकड़ेगा जिसमें इसका पहला लक्ष्य 26,500 का होगा। उसके बाद इसका अगला शॉर्ट टर्म लक्ष्य 26,750 होगा।
सुदीप का राय है कि तकनीकी रूप से और रोल-ओवर डेटा के आधार पर, बलरामपुर चीनी, बीपीसीएल, एक्साइड इंडस्ट्रीज, पॉलीकैब इंडिया, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, कोलगेट पामोलिव, सिप्ला और डिवीज़ लैबोरेटरीज अच्छे नजर आ रहे हैं। सुदीप शाह को इक्विटी और कैपिटल मार्केट का 17 सालों से ज्यादा का अनुभव है।
बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी ने लगातार तीसरे हफ़्ते अपनी तेजी जारी रखी है। सबसे खास बात यह है कि इसने 26,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया है। सेक्टर रोटेशन एक मजबूत ताकत रही है, जिसने पिछले कुछ महीनों में इन हाई लेवल्स को बनाए रखने में मदद की है। सुदीप का मानना है कि आगे इंडेक्स अपनी तेजी जारी रखेगा। ये जल्द ही 26,500 के स्तर को छू सकता है। इसके बाद शॉर्ट टर्म में निफ्टी में 26,750 का स्तर भी मुमकिन है। जबकि, नीचे की ओर इसके लिए 25,900-25,850 के जोन में तत्काल सपोर्ट है। अगर इंडेक्स 25,850 से नीचे गिरता है तो अगला सपोर्ट 20-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) पर होगा है, जो वर्तमान में 25,539 के स्तर पर स्थित है।
निफ्टी और बैंक निफ्टी के रोल-ओवर आंकड़ें किस ओर इशारा कर रहे हैं?
इस सवाल के जवाब में सुदीप ने कहा कि निफ्टी इंडेक्स फ्यूचर्स का रोलओवर पिछले महीने के 77.49 फीसदी और तीन महीने के औसत 75.32 फीसदी की तुलना में 78.77 फीसदी के ऊंचे स्तर पर रहा। इसके अलावा, तीन महीने के औसत 0.29 फीसदी की तुलना में रोलओवर लागत बढ़कर 0.31 फीसदी हो गई है। यह डेटा संकेत देता है कि अगले कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार में तेजी जारी रहने की संभावना है।
सितंबर सीरीज में बैंक निफ्टी ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है। फ्यूचर्स के लिए रोलओवर 66.88 फीसदी है, जो पिछले महीने के 67.75 फीसदी से थोड़ा कम है, लेकिन तीन महीने के औसत 65.53 फीसदी से ज्यादा है। इसके अलावा, तीन महीने के औसत 0.36 फीसदी की तुलना में रोलओवर लागत बढ़कर 0.40 फीसदी हो गई है।
क्या आपको बैंक निफ्टी में और अधिक बिकवाली दबाव की उम्मीद है?
इसके जवाब में सुदीप ने कहा कि पिछले हफ्ते में तेज उछाल के बावजूद, बैंक निफ्टी ने पिछले हफ्ते फ्रंटलाइन सूचकांकों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया। सूचकांक 725 अंकों के छोटे दायरे के भीतर कारोबार करता दिखा जो पिछले पांच सत्रों में तेजी की गति में आई बड़ी सुस्ती का संकेत है। वीकली चार्ट पर, इसने शूटिंग स्टार जैसा कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया, जो निकट अवधि में सीमित बढ़त का संकेत है। हालांकि, कि ओवरऑल ट्रेंड तेजी का बना हुआ है, क्योंकि बैंक निफ्टी अपने शॉर्ट और लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा।
आगे 53,500-53,400 के जोन में बैंक निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट होगा। ऊपर की ओर, 54,200-54,300 का जोन इसके लिए रजिस्टेंस का काम करेगा। 54,300 के स्तर से ऊपर जाने पर बैंक निफ्टी में और तेजी आ सकती है। उस स्थिति में, इंडेक्स के 55,000 के स्तर को छूने और शॉर्ट टर्म में 55,600 तक पहुंचने की संभावना है।
80 फीसदी पर स्थित एफआईआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो क्या संकेत दे रहा है?
नई सीरीज में, एफआईआई इंडेक्स पोजीशन पर आधारित लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात 79.89 फीसदी पर है, जो हाल के महीनों में सबसे अधिक है। यह विदेशी संस्थागत निवेशकों में एक मजबूत तेजी के रुझान का संकेत है। हालांकि, यह अनुपात ओवरबॉट ज़ोन के करीब पहुच रहा है, इसलिए आने वाले कुछ सत्रों में निफ्टी 50 में कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है, भले ही बाजार का अंडटोन मजबूत है।
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