जूते-चप्पल और कपड़े बेचने वाली नाइक (Nike) की सेल्स में भारी गिरावट के अनुमान ने शेयरों पर दबाव बनाया और यह करीब 10 फीसदी टूट गया। नाइक ने गुरुवार को खुलासा किया कि अगले तीन साल यह लागत में करीब 200 करोड़ डॉलर की कटौती करेगी क्योंकि इसने अपने सेल्स आउटलुक को घटा दिया है। इसके कुछ ही घंटे में नाइक के शेयर करीब 10 फीसदी फिसल गए। इस गिरावट को मिलाकर इस साल नाइक 4.7 फीसदी मजबूत हुआ है जबकि एसएंडपी 500 इस साल करीब 24 फीसदी ऊपर चढ़ा है। नाइक का झटका रिटेलर फुट लॉकर (Foot Locker) पर भी पड़ा और यह 7 फीसदी टूट गया क्योंकि अधिकतर नाइक के ही प्रोडक्ट्स की बिक्री करता है।
नाइक का अनुमान है कि इस पूरे साल कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ करीब 1 फीसदी रहेगी जबकि पहले यह अनुमान 5 फीसदी के आस-पास था। इस तिमाही तो कंपनी का अनुमान रेवेन्यू में निगेटिव ग्रोथ के अनुमान का है। सेल्स को लेकर कंपनी का अनुमान है कि इसकी ग्रोथ सुस्त रहेगी। कंपनी ने पिछली तिमाही में आशंका जता दी थी कि मजबूत डॉलर और साल की दूसरी छमाही में छुट्टियों के चलते मांग पर असर के चलते कारोबार प्रभावित हो सकता है। कंपनी के के फाइनेंस चीफ मैथ्यू फ्रेंड के मुताबिक अब इन खतरों का असर साफ दिख रहा है। हालांकि इसके बावजूद कंपनी का अनुमान है कि इसका ग्रॉस मार्जिन 1.4-1.6 फीसदी प्वाइंट्स के बीच बढ़ेगा।
लागत को लेकर बात करें तो कंपनी की योजना इसे कम करने के लिए प्रोडक्ट रेंज को आसान करने, ऑटोमेशन करने और इसकी तकनीक का इस्तेमाल करने, मैनेजमेंट लेयर्स को कम करने और इसकी क्षमता का अधिक इस्तेमाल करने की है। इससे जो बचत होगी, उसे आगे की ग्रोथ के लिए निवेश किया जाएगा।
कैसी रही Nike के लिए नवंबर तिमाही
नाइक ने वित्त वर्ष 2024 (जून-मई) की दूसरी तिमाही सितंबर-नवंबर 2023 के नतीजे पेश किए हैं। कंपनी के इस रिजल्ट पर लागत बचाने की कोशिशों का नतीजा दिखा है। हालांकि सेल्स लगातार दूसरी तिमाही अनुमान से कम रही। 2016 के बाद से यह पहली बार है जब कंपनी ने लगातार दो तिमाही में रेवेन्यू के लक्ष्य से चूकी है। नाइक का रेवेन्यू दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 1 फीसदी बढ़कर 1340 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि नेट इनकम 19 फीसदी बढ़कर 160 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। इस दौरान ग्रॉस मार्जिन 1.70 फीसदी सुधरकर 44.6 फीसदी पर पहुंच गया। इंवेंटरी लेवल की बात करें तो यह सालाना आधार पर 14 फीसदी घटकर 800 करोड़ डॉलर पर आ गया।