NLC India के शेयरों में आज 8 अगस्त को 5 फीसदी तक तेजी आई है। यह स्टॉक NSE पर 4.13 फीसदी की बढ़त के साथ 124.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। आज इंट्राडे में स्टॉक ने 125.45 रुपये के अपने 12 साल के उच्चतम स्तर को छू लिया। स्टेबल आउटलुक की वजह से बिजली बनाने वाली इस सरकारी कंपनी के शेयरों में पिछले दो दिनों में 8 फीसदी की तेजी आई है। यह शेयर 12 साल से अधिक समय में पहली बार 125 रुपये के स्तर को पार कर गया है। यह जनवरी 2011 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है। यह स्टॉक 4 जनवरी 2008 को 274 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था।
FY24 की पहली तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड राजस्व सालाना 14 फीसदी घटा है और यह 3316 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले की तिमाही में यह 3,863 करोड़ रुपये था। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स Q1FY23 में 569 करोड़ रुपये से सालाना आधार पर 27 फीसदी घटकर 414 करोड़ रुपये हो गया। लाभ और राजस्व में गिरावट मुख्य रूप से नेवेली में लिग्नाइट खदानों से कम उत्पादन और नेवेली में लिग्नाइट-बेस्ड पावर स्टेशनों से बिजली उत्पादन में कमी के कारण हुई। यह मुख्य रूप से खनन गतिविधियों के विस्तार के लिए भूमि की अनुपलब्धता के कारण है।
मैनेजमेंट ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से लगभग सभी मामलों को सुलझा लिया गया है और जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मैनेजमेंट को उम्मीद है कि जरूरी भूमि का कब्ज़ा एनएलसी इंडिया को जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाएगा और कंपनी थर्मल पावर स्टेशन की जरूरत के अनुसार लिग्नाइट प्रोडक्शन लेवल तक पहुंच जाएगी।
NLC India लिग्नाइट, कोयले के खनन और लिग्नाइट के साथ-साथ रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों का उपयोग करके बिजली उत्पादन के बिजनेस में लगी हुई है। खदानों से निकलने वाले लिग्नाइट का उपयोग पिट-हेड थर्मल पावर प्लांटों के लिए ईंधन के रूप में किया जाता है। कंपनी ने गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) द्वारा आयोजित नीलामी में ग्रीन शू विकल्प के तहत 300 मेगावाट सहित सोलर 600 मेगावाट के लिए बोली हासिल की है। 13 जून 2023 को असम राज्य को 492.72 मेगावाट की बिजली सप्लाई के लिए नेवेली उत्तर प्रदेश पावर (NUPPL) और असम की असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (APDCL) के बीच बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।