पब्लिक सेक्टर के दिग्गज बैंक UCO Bank को अदाणी ग्रुप (Adani Group) को कर्ज देने में कोई दिक्कत नहीं है। इसके सीईओ और एमडी सोमा संकरा प्रसाद ने आज कहा कि यह उन सभी प्रोजेक्ट्स को लोन देने तैयार है जो कॉमर्शियल रूप से मजबूत हैं। मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि अदाणी ग्रुप का कोई प्रोजेक्ट अगर कॉमर्शियल तौर पर मजबूत है तो इसकी कोई वजह ही नहीं बनती कि इसे कर्ज न दिया जाए। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी ग्रुप पर लोन और रीपेमेंट स्टेटस को लेकर सवाल खड़े हो गए। केंद्रीय बैंक RBI के आदेश पर कुछ बैंकों को अदाणी ग्रुप के एक्सपोजर की जानकारी का खुलासा करना पड़ा।
Adani Group को लेकर UCO Bank का क्या है मानना
यूको बैंक के सीईओ का कहना है कि अदाणी ग्रुप को जब नए लोन देने की बारी आएगी तो प्रोजेक्ट की मजबूती यानी वाइअबिलटी के आधार पर इस पर फैसला लेगी। इसमें यह देखा जाएगा कि क्या इस प्रोजेक्ट को लेकर सभी टाई-अप्स हो गए हैं, कर्ज और इक्विटी फाइनल हो चुके हैं या नहीं और क्या जिस प्रोडक्ट या सर्विस के लिए यह प्रोजेक्ट है, उसकी मांग है या नहीं।
अडाणी ग्रुप को दिए गए लोन की बात करें तो यूको बैंक के सीईओ का कहना है कि ग्रुप का एक्सपोजर टोटल एडवांसेज के एक फीसदी से भी कम है। ये लोन यूको बैंक ने अदाणी ग्रुप को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए दिए गए हैं जो पूरे हो चुके हैं और इनसे अच्छा कैश भी जेनेरेट हो रहा है। यूको के एमडी और सीईओ का मानना है कि अदाणी ग्रुप के पास एसेट्स मजबूत हैं। ग्रुप बैंक को कर्ज की किश्त नियमित तौर पर चुका रहा और ऐसे में एक्सपोजर को लेकर कोई चिंता नहीं दिख रही है।
बाकी बैंकों की क्या है स्थिति
बैंक ऑफ बड़ौदा के एमडी और सीईओ संजीव चड्ढा ने कुछ समय पहले मनीकंट्रोल से बताया था कि बैंक की अंडरराइटिंग क्राइटेरिया पर यह अदाणी ग्रुप को और कर्ज देने को तैयार है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने चेयरमैन दिनेश खारा ने 3 फरवरी को जानकारी दी थी कि अदाणी ग्रुप पर इसका एक्सपोजर करीब 27 हजार करोड़ रुपये का है जो इसके लोन बुक का करीब 0.8 से 0.9 फीसदी है और रीपेमेंट्स भी ट्रैक पर है। इसका मतलब है कि अदाणी ग्रुप पर एसबीआई के कर्ज को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है।
दिसंबर 2022 तिमाही के नतीजे पेश करते हुए एसबीआई के चेयरमैन ने कहा कि अदाणी को ऐसे प्रोजेक्ट्स के लिए लोन दिया गया जिसके पास टैंजिबल एसेट्स हैं और पर्याप्त कैश कलेक्शन्स हैं। ये लोन चुकता करने में सक्षम हैं। पीएनबी के एमडी और सीईओ अतुल कुमार गोएल ने भी 24 फरवरी को कहा था कि यह अदाणी ग्रुप से जुड़े मामले पर लगातार निगाह बनाए हुए है।