Adani Group Stocks: अदाणी ग्रुप के शेयरों में आज भारी बिकवाली का दबाव दिख रहा है। इसकी लिस्टेड दस कंपनियो में से आज सिर्फ दो कंपनियों के शेयर ग्रीन जोन में हैं। इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव अदाणी ग्रुप पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से बना हुआ है। हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप के कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया है लेकिन ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया है। हालांकि शेयरों पर इस रिपोर्ट का भारी दबाव दिखा और शेयर फर्श पर आ गए। हालांकि इसके बाद इनमें रिकवरी लौटी लेकिन उतार-चढ़ाव के बाद एक बार फिर बाजार नियामक सेबी (SEBI) की जांच के चलते इनमें बिकवाली का दबाव दिख रहा है।
Adani Group के पांच स्टॉक्स अपर सर्किट पर
अदाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) 948.05 रुपये और अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) 837.80 रुपये पर हैं। ये दोनों स्टॉक्स 5 फीसदी की गिरावट के साथ लोअर सर्किट पर हैं यानी कि इनके कोई खरीदार आज मार्केट में नहीं हैं। वहीं ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) 1.83 फीसदी की गिरावट के साथ बीएसई पर 1718.05 रुपये, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone) 1.03 फीसदी की कमजोरी के साथ 625.30 रुपये और अदाणी पॉवर (Adani Power) 0.86 फीसदी की गिरावट के साथ 189.95 रुपये पर हैं।
अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) 0.29 फीसदी लुढ़ककर 864.70 रुपये, अदाणी विल्मर (Adani Wilmar) 2.82 फीसदी टूटकर 394.55 रुपये और एनडीटीवी (NDTV) 3.25 फीसदी गिरकर 185.95 रुपये के भाव पर है। वहीं दूसरी तरफ एसीसी (ACC) 1.34 फीसदी के उछाल के साथ 1689.15 रुपये और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) 1.86 फीसदी की तेजी के साथ 372.25 रुपये के भाव पर ट्रेड हो रहा है।
SEBI की जांच का क्या है मामला
पिछले हफ्ते रॉयटर्स ने दो सूत्रों के हवाले से अदाणी ग्रुप को लेकर बड़ा खुलासा किया था। इसके मुताबिक बाजार नियामक सेबी (SEBI) कम से कम तीन विदेशी कंपनियों के साथ अदाणी ग्रुप के लेन-देन में रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन से जुड़े नियमों के संभावित उल्लंघन की जांच कर रहा है। इन तीनों विदेशी कंपनियों को अदाणी ग्रुप के फाउंडर गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन तीनों विदेशी कंपनियों ने पिछले 13 वर्षों में अदाणी ग्रुप की कई गैर-लिस्टेड कंपनियों में कथित रूप से निवेश ट्रांजैक्शन किए हैं।