शेयर बाजारों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने विदेशी यूजर्स के लिए अपनी वेबसाइट्स की एक्सेस को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि इससे विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजारों में ट्रेड करने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह फैसला मंगलवार को एक्सचेंजों की संयुक्त बैठक के बाद लिया गया, जिसमें साइबर खतरों पर चर्चा की गई।
यह फैसला ऐसे वक्त पर सामने आया है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और संघर्ष बढ़ गया है। हालांकि रॉयटर्स के सूत्रों ने यह नहीं बताया कि साइबर खतरा हाल के घटनाक्रमों से सीधे जुड़ा है या नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, एक दूसरे सूत्र का कहना है कि मौजूदा एनवायरमेंट की संवेदनशीलता को देखते हुए, एक्सचेंजों की ओर से कुछ पूरी तरह से एहतियाती कदम उठाए गए हैं। भारतीय बाजार पूरी तरह से सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।
मामला-दर-मामला आधार पर एक्सेस की इजाजत
एक ईमेल के जवाब में BSE के प्रवक्ता ने कहा, "BSE एक महत्वपूर्ण मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) होने के नाते संभावित साइबर खतरों के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोखिमों की सक्रियतापूर्वक और लगातार निगरानी करता है। साइबर ट्रैफिक की ऐसी निगरानी के आधार पर, एहतियाती और सुरक्षात्मक उपाय के रूप में, यूजर्स और सिस्टम्स की सुरक्षा के लिए वेबसाइट्स/लोकेशंस को ब्लॉक किया जाता है।" उन्होंने आगे कहा कि मामला-दर-मामला आधार पर एक्सेस की इजाजत दी जा रही है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर) में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन ठिकानों में आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
बुधवार, 7 मई को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। सेंसेक्स दिन में 80,844.63 के हाई और 79,937.48 के लो तक, वहीं निफ्टी 24,449.60 के हाई और 24,220 के लो तक गया। दोनों बाजारों बाद में सीमित दायरे में कारोबार करते रहे।