इस साल मार्च में BofA Securities ने उम्मीद जताई थी कि बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 25000 के मार्क को छू लेगा। अब BofA Securities ने कहा है कि NSE निफ्टी अपने ईयर एंड टारगेट 25000 से -11 प्रतिशत और +4 प्रतिशत के दायरे में उतार-चढ़ाव देख सकता है। BofA Securities ने बाजार के आउटलुक को प्रभावित करने वाले कई प्रमुख जोखिमों की ओर इशारा किया है।
इनमें अमेरिका जाने वाले भारतीय सामान पर 50 प्रतिशत के टैरिफ लागू होने की आशंका, अमेरिका का अस्पष्ट मैक्रोइकॉनॉमिक सिनेरियो, डिलेड या अपर्याप्त राजकोषीय और मॉनेटरी पॉलिसी रिस्पॉन्स, 6 प्रमुख भारतीय राज्यों में विधानसभा चुनाव शामिल हैं।
BofA Securities की रिपोर्ट में कहा गया है, "हम निफ्टी के लिए अपने साल के अंत के लक्ष्य को 25000 पर बरकरार रखते हैं, लेकिन उम्मीद है कि निफ्टी इस लक्ष्य के मुकाबले -11% से 4% तक उतार-चढ़ाव करेगा। इसकी वजह है कि बाजार ट्रेड टैरिफ, अमेरिकी इकोनॉमिक आउटलुक, फेडरल रिजर्व या RBI की ओर से ब्याज दर में कटौती, टैरिफ के असर की भरपाई के लिए संभावित नीतिगत या राजकोषीय सपोर्ट आदि जैसे प्रमुख फैक्टर्स से जुड़े उभरते घटनाक्रमों पर प्रतिक्रिया देगा।"
निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ रहेगी धीमी
BofA Securities का अनुमान है कि निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ धीमी रहेगी। वित्त वर्ष 2026 में अर्निंग्स में 7 प्रतिशत की ग्रोथ और वित्त वर्ष 2027 में 11 प्रतिशत की ग्रोथ का अनुमान है। यह बाजार की क्रमश: 9 प्रतिशत और 15 प्रतिशत ग्रोथ की उम्मीदों से काफी कम है। यह अनुमान चेतावनी देता है कि हर अर्निंग सेशन इंडेक्स में लगातार तेजी के बजाय करेक्शन ला सकता है। फर्म को लगता है कि अगर भारत वक्त पर कुछ लेजिस्लेटिव और राजकोषीय सुधारों को लागू करे तो कुछ बढ़ोतरी हो है।
NSE Nifty और BSE सेंसेक्स ने उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं किया है। दोनों बेंचमार्क इंडेक्स 2 दशकों से भी अधिक समय की अपनी सबसे खराब गिरावट से जूझ रहे हैं। निफ्टी 50 और सेंसेक्स ने सितंबर 2024 में अपना रिकॉर्ड हाई देखा था। अब निफ्टी उस स्तर से लगभग 12.6 प्रतिशत और सेंसेक्स लगभग 11.7 प्रतिशत नीचे आ चुका है। BofA सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि स्मॉल और मिडकैप स्टॉक्स 2025 में निगेटिव रिटर्न देंगे।
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