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NSE ने दर्ज की रिकॉर्ड ग्रोथ, नवंबर में लगातार 5वें महीने एक्टिव यूजर्स की संख्या बढ़ी

देश के मजबूत जीडीपी आंकड़े, विदेशी निवेशकों की बाजार में वापसी, तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत और आगामी वर्ष में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ ब्याज दरों में संभावित कटौती बाजार में जोश भर रही है। अप्रैल की शुरुआत से दोनों अहम इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 20 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है

अपडेटेड Dec 21, 2023 पर 10:23 AM
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स्टॉक एक्सचेंज उन यूजर्स को एक्टिव यूजर की कटेगरी में रखते हैं जिन्होंने पिछले 1 साल में कम से कम एकट्रेड किया हो। यह संख्या नए जुड़े गए लोगों को मिलाकर बनती है

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एक्टिव यूजर्स की संख्या में निरंतर बढ़त हो रही है। ये संख्या अक्टूबर के 3.39 करोड़ की तुलना में नवंबर में 3.49 करोड़ तक पहुंच गई। यह प्लेटफ़ॉर्म पर एक्टिव यूजर्स की संख्या में बढ़त का लगातार पांचवां महीना है। जुलाई में NSE से लगभग 10.4 लाख एक्टिव यूजर जुड़े। इसके बाद अगस्त में 8 लाख, सितंबर में 6.1 लाख, अक्टूबर में 5.5 लाख और नवंबर में 10.34 लाख एक्टिव यूजर जुड़े। एक्टिव यूजर्स की संख्या में इस उछाल का श्रेय इक्विटी बाजार में लगातार जारी तेजी को जाता है।

गौरतलब है कि स्टॉक एक्सचेंज उन यूजर्स को एक्टिव यूजर की कटेगरी में रखते हैं जिन्होंने पिछले 1 साल में कम से कम एक ट्रेड किया हो। यह संख्या नए जुड़े गए लोगों को मिलाकर बनती है।

भारतीय बाजारों में कई कारणों से आया उछाल 


हाल के दिनों में भारतीय बाजारों में कई कारणों उछाल देखने को मिला है। देश के मजबूत जीडीपी आंकड़े, विदेशी निवेशकों की बाजार में वापसी, तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत और आगामी वर्ष में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ ब्याज दरों में संभावित कटौती बाजार में जोश भर रही है। अप्रैल की शुरुआत से दोनों अहम इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 20 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। इस बीच ब्रॉडर इंडेक्स बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलकैप में क्रमशः 50 फीसदी और 57 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ यह तेजी बड़े आधार वाली रही है।

NSE added over 10 lakh active users in Nov

बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के देवर्ष वकील का कहना है कि हम भारत में अब तक के सबसे बड़े तेजी वाले बाजारों में से एक के दौर में हैं। भारत के इकोनॉमिक फंडामेंटल्स दुनिया भर के कई बड़े अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में हैं। भारतीय बाजारों में घरेलू निवेशकों ने खूब निवेश किया है। अब राज्य चुनावों के नतीजों के बाद विदेशी संस्थागत निवेशक भी भारत की तरफ रुख कर रहे हैं। बाजार में इस समय काफी बड़ी मात्रा में नकदी है। वहीं, अच्छे शेयरों की संख्या कम है। इसके चलते एक्रॉस द बोर्ड में स्टॉक कीमतें बढ़ रही हैं। ब्लूचिप्स, मिडकैप या स्मॉल कैप सभी शेयरों तेजी देखने को मिल रही। कई निवेशक किनारे पर बैठे हैं और बाजार के सही लेवल पर आने का इंतजार कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि अगर कीमतें नीचे भी आती हैं तो उन्हें निचले स्तर पर खरीदार मिलेंगे।

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डीमैट खातों की कुल संंख्या 13.51 करोड़ पर पहुंची

नवंबर में दो डिपॉजिटरी, सीडीएसएल और एनएसडीएल में लगभग 27.80 लाख नए डीमैट खाते खोले गए हैं। घरेलू इक्विटी मार्केट में जारी तेजी के बीच डीमैट खातों की कुल गिनती भी 13.51 करोड़ की नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।

 

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