अमेरिका की कंप्यूटर-चिप कंपनी एनवीडिया (Nvidia) मंगलवार को दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई। इसने टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) को पीछे छोड़ दिया। एनवीडिया की चिप्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बाजार पर हावी होने की रेस में केंद्रीय भूमिका निभा रहे हैं और इसके चलते कंपनी को फायदा हो रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक, एनवीडिया के शेयर 3.2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 135.21 डॉलर पर पहुंच गए।
शेयर कीमत में उछाल ने एनवीडिया के स्टॉक को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया, जिससे मंगलवार को Nvidia के मार्केट कैप में 103 अरब डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई। कंपनी का बाजार पूंजीकरण यानि मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.326 लाख करोड़ डॉलर हो गया। एनवीडिया हाल ही में iPhone मेकर Apple को पछाड़कर दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई थी। ब्लूमबर्ग बिलियेनियर इंडेक्स के मुताबिक, Nvidia के प्रेसिडेंट और सीईओ जेन्सेन हुआंग (Jensen Huang) की नेट वर्थ 3.86 अरब डॉलर बढ़कर 119 अरब डॉलर हो गई है।
2024 में अब तक 173% चढ़ा Nvidia शेयर
इस साल अब तक एनवीडिया के स्टॉक में लगभग 173 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं Microsoft के शेयरों में लगभग 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। टेक दिग्गज Microsoft, मेटा प्लेटफॉर्म और Google के मालिकाना हक वाली अल्फाबेट अपनी AI कंप्यूटिंग क्षमताओं का निर्माण करने और उभरती हुई तकनीक में वर्चस्व कायम करने की दौड़ में हैं।
हाल ही में किया था स्टॉक स्प्लिट
व्यक्तिगत निवेशकों के बीच अपने अत्यधिक मूल्यवान स्टॉक के लिए आकर्षण को बढ़ाते हुए Nvidia ने हाल ही में स्टॉक स्प्लिट किया था। इसके तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 1 स्टॉक को, 1 रुपये फेस वैल्यू वाले 10 स्टॉक में तोड़ा गया। यह 7 जून से प्रभावी है। स्टॉक स्प्लिट प्रति शेयर की कीमत को कम कर सकता है, जिससे व्यक्तिगत निवेशकों के लिए इसे खरीदना अधिक किफायती हो जाता है।