OLA Electric IPO Listing: लंबे समय से जिस ईवी कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग का इंतजार हो रहा था, वह इंतजार खत्म हो गया। ओला इलेक्ट्रिक (OLA Electric) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में एंट्री हो गई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 4 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 76 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 75.99 रुपये और NSE पर 76 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन (OLA Electric Listing Gain) मिला। यह आशंका पहले से जताई जा रही थी और ग्रे मार्केट से भी इसके संकेत मिलने लगे थे जब इसकी GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) निगेटिव में पहुंच गई। आईपीओ खुलने से पहले इसकी जीएमपी 16.50 रुपये थी और जब बंद हुआ तो यह गिरकर (-) 3 रुपये पर आ गया।
अब शेयरों की बात करें तो फ्लैट लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 20 फीसदी के अपर सर्किट 91.18 रुपये (OLA Electric Share Price) पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 19.97% मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज को हर शेयर ₹7 के डिस्काउंट पर मिला है।
4 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था OLA Electric IPO
ओला इलेक्ट्रिक का ₹6,145.56 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2-6 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 4.45 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 5.53 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 2.51 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.05 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 12.38 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 5,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 8,49,41,997 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है।
ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपना और सब्सिडियरी ओईटी के कर्ज चुकाने, सब्सिडियरी ओसीटी के सेल मैनुफैक्चरिंग प्लांट की क्षमता बढ़ाने, आरएंडडी में निवेश, ऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
वर्ष 2017 में बनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ओला फ्यूचरफैक्ट्री में इलेक्ट्रिक वीइकल्स (EVs) के साथ-साथ बैट्री पैक, मोटर्स और वीइकल फ्रेम बनाती है। अगस्त 2021 से लेकर अब तक इसने सात नए प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं और चार के ऐलान भी कर दिए हैं। इसका पहला ईवी मॉडल ओला एस1 प्रो दिसंबर 2021 में डिलीवर हुआ था। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका घाटा लगातार बढ़ा है लेकिन रेवेन्यू भी लगातार बढ़ा है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 199.23 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 784.15 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 1,472.08 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 1,584.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू लगातार बढ़ता रहा है और यह सालाना 267 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 5,243.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।