इजराइल और हमास के बीच चल रहे जंग का असर लाल सागर के रास्ते से आने वाले तेल के जहाजों पर भी दिखा तो तेल कंपनियों के शेयरों पर भी दिखा। हालांकि अब शिपिंग कॉरपोरेशन Maersk ने लाल सागर के रास्ते अपना कारोबार फिर से शुरू करने का फैसला लिया है तो इसने घरेलू तेल कंपनियों के शेयरों में चाबी भर दी। घरेलू मार्केट में आज तेल कंपनियों के शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। इसके चलते हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) के शेयर 6 फीसदी से अधिक उछल गए और 391.10 रुपये पर पहुंच गए। वहीं भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) के शेयर 2 फीसदी से अधिक उछलकर 456.40 रुपये और इंडियन ऑयल (Indian Oil) के शेयर करीब 4 फीसदी उछलकर 128.45 रुपये पर पहुंच गए।
क्यों रुक गई थी जहाजों की आवाजाही
इस महीने की शुरुआत में लाल सागर-स्वेज नहर रूट से Maersk समेत कई वैश्विक जहाज कंपनियों ने यमन के मिलिटेंट्स के हमलों के चलते आवाजाही बंद कर दी थी। ये हमले इजराइल-हमास के बीच की चल रही लड़ाई के चलते हो रहे थे। इसके चलते सबसे आखिरी में अभी इस रास्ते से ब्रिटेन की कंपनी BP ने भी अपना शिपमेंट रोकने का ऐलान किया था। 24 दिसंबर को गैबान के झंडे वाले ऑयल टैंकर एमवी साईबाबा पर ड्रोन से हमला हुआ था। हमले के वक्त इस ऑयल टैंकर पर भारत के 25 क्रू सदस्य सवार थे जोकि पूरी तरह सुरक्षित हैं।
फिर अब कैसे शुरू हो रही आवाजाही
हमले के चलते डेनमार्क की शिपिंग कंपनी Maersk ने अपने जहाज इस रास्ते से भेजना बंद कर दिया था लेकिन अब इसके जहाज फिर से इस रास्ते से आने वाले हैं। क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने खुलासा किया था कि डेनमार्क की शिपिंग कंपनी Maersk अब लाल सागर और अदन की खाड़ी से अपना कारोबार फिर से पहले की तरह शुरू करने की तैयारी कर रही है। शिपिंग कंपनी ने अमेरिकी मिलिट्री ऑपरेशन के चलते ऐसा फैसला इसलिए लिया। यहां से गुजरने वाले जहाजों की सुरक्षा के लिए अमेरिकी मिलिट्री तैनात हो गई है। इसके चलते शिपिंग कंपनियों को अपने जहाजों की सुरक्षा का भरोसा हुआ है।