Paytm Share Price: नियमाकीय दिक्कतों से जूझ रही पेटीएम (Paytm) के शेयरों में बिकवाली का दबाव थमता दिख नहीं रहा है। आज एक बार फिर यह 400 रुपये के नीचे फिसल गया। ब्रोकरेज का अनुमान है कि इसके शेयर 300 रुपये के नीचे भी फिसल सकते हैं। विदेशी ब्रोकिंग फर्म मैक्वायरी (Macquarie) ने इसकी रेटिंग को डाउनग्रेड कर अंडरपरफॉर्म कर दिया है और टारगेट प्राइस में भारी कटौती कर दी है। आज शेयरों के चाल की बात करें तो BSE पर यह 10 फीसदी की कमजोरी के साथ 380.35 रुपये के भाव के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी भाव पर यह बंद भी हुआ है।
किस भाव तक टूट सकता है Paytm?
विदेशी ब्रोकिंग फर्म मैक्वॉयरी ने पेटीएम का टारगेट प्राइस 650 रुपये से घटाकर 275 रुपये कर दिया है। यह टारगेट प्राइस पेटीएम के इश्यू प्राइस से 87 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है। इसके शेयर आईपीओ निवेशकों को 2150 रुपये के भाव पर जारी हुए थे। एनालिस्ट सुरेश गणपति का मानना है कि पेटीएम इस समय ऐसी दिक्कतों से जूझ रही है कि इसके ग्राहक छूट सकते हैं। अगर यह ग्राहकों को खोती है तो इसके मोनेटाइजेशन और बिजनेस मॉडल को करारा झटका लग सकता है। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2025 के घाटे के अनुमान को 170 फीसदी और वित्त वर्ष 2026 के अनुमान को 40 फीसदी बढ़ा दिया है।
RBI ने 31 जनवरी को थी कड़ी कार्रवाई
केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अहम कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके तहत यह 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स नहीं ले सकेगा और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस भी नहीं हो सकेगा। RBI ने हालांकि इसके बारे में पूरी डिटेल्स तो सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन जल्द ही इससे जुड़ी FAQ जारी हो सकती है। सोमवार 12 फरवरी को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह स्पष्ट कर दिया कि किसी भी रेगुलेटेड एंटिटी पर इस प्रकार की कार्रवाई काफी गहरे मूल्यांकन के बाद ही होती है तो इस कार्रवाई के रिव्यू की कोई गुंजाइश ही नहीं बनती।
मैक्वायरी का मानना है कि आरबीआई के एक्शन का पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लेंडिंग बिजनेस पर सीधे असर तो नहीं पड़ेगा। हालांकि कुछ लेंडिंग पार्टनर्स साख को लेकर इसके साथ अपने कारोबारी संबंधों पर फिर विचार कर सकते हैं। पेटीएम के सबसे बड़े लेंडिंग पार्टनर्स में शुमार एबी कैपिटल ने पेटीएम के अपने BNPL (बाय नाऊ एंड पे लेटर) एक्सपोजर को 2 हजार करोड़ रुपये से घटाकर 600 करोड़ रुपये कर दिया है। मैक्वायरी का मानना है कि यह आंकड़ा और नीचे आ सकता है। पेटीएम खुद 50 हजार रुपये के नीचे के लोन की बजाय इससे अधिक रुपये के लोन पर फोकस कर रही है क्योंकि RBI ने अनसिक्योर्ड कंज्यूमर लेंडिंग पर रिस्क वेट बढ़ा दिया है।
एक साल पहले डबल अपग्रेड किया था
मैक्वायरी ने पेटीएम की रेटिंग में भारी कटौती की है लेकिन करीब एक साल पहले फरवरी 2023 में इसकी रेटिंग को डबल अपग्रेड कर अंडरपरफॉर्म से आउटपरफॉर्म कर दिया था। इसके अलावा टारगेट प्राइस भी 450 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये कर दिया था।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।