Paytm Shares: केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर कड़े प्रतिबंध लगाए। पेटीएम के शेयरों को इसका तगड़ा झटका लगा और इसका असर शेयरों के टारगेट प्राइस पर भी दिख रहा है। सीएलएसए, मॉर्गन स्टैनले, जेफरीज, बर्न्स्टीन जैसे विदेशी ब्रोकरेज फर्मों ने इसका टारगेट प्राइस 20-60 फीसदी घटा दिया है। सबसे कम टारगेट प्राइस मैक्वायरी ने दिया है और इसके मुताबिक पेटीएम के शेयर 300 रुपये के नीचे तक आ सकते हैं। फिलहाल BSE पर यह 380.35 रुपये के भाव (Paytm Share Price) पर है। RBI की कार्रवाई के एक दिन पहले यानी 30 जनवरी को इसके शेयर 761.10 रुपये और 31 जनवरी यानी RBI की कार्रवाई वाले दिन यह 761 रुपये पर बंद हुआ था। इसके बाद लगातार तीन कारोबारी दिनों में यह 42% टूट गया।
RBI के एक्शन का कितना असर, ब्रोकरेज का मिला-जुला रुझान
केंद्रीय बैंक RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बिजनेस के खिलाफ जो कड़ी कार्रवाई की है, उसका लेंडिंग बिजनेस पर सीधे तो कोई असर नहीं होगा लेकिन ब्रोकरेज का इस मामले में मिला-जुला रुझान है। कुछ ब्रोकरेज का मानना है कि जब भारी संख्या में ग्राहक इससे छिटकेंगे तो लोन डिस्ट्रीब्यूशन पर भी असर दिखेगा। वहीं कुछ ब्रोकरेज का मानना है कि इसका असर सिर्फ वालेट्स बिजनेस पर ही दिखेगा। पेटीएम के सभी 33 करोड़ वालेट्स पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास हैं।
Paytm के टारगेट प्राइस में भारी कटौती
मैक्वायरी ने 13 फरवरी को पेटीएम के शेयरों को अंडरपरफॉर्म की रेटिंग दी और टारगेट प्राइस 650 रुपये से घटाकर 275 रुपये कर दिया है। मैक्वायरी के मुताबिक पेटीएम के कुछ लेंडिंग पार्टनर्स अपनी साख को लेकर अब पेटीएम के साथ अपनी कारोबारी साझेदारी पर फिर से विचार कर रहे हैं। इसका मानना है कि पेमेंट्स और डिस्ट्रीब्यूशन रेवेन्यू में गिरावट के चलते इसका रेवेन्यू 60-65 फीसदी गिर सकता है। ठीक एक साल पहले फरवरी 2023 में इसने पेटीएम की रेटिंग को डबल अपग्रेड कर अंडरपरफॉर्म से आउटपरफॉर्म किया था।
मैक्वायरी के अलावा टारगेट प्राइस में सबसे तगड़ी कटौती जेफरीज ने की है। इसका मानना है कि पेटीएम के वालेट्स और पेमेंट्स बिजनेस पर RBI की कार्रवाई के चलते इसका EBITDA करीब 20-30 फीसदी घट सकता है। ब्रोकरेज का मानना है कि लेंडिंग पार्टनरशिप पर साख के झटके से पेटीएम के EBITDA को करीब 20-25 झटका लग सकता है। जेफरीज ने इसका टारगेट प्राइस 1050 रुपये से घटाकर 500 रुपये कर दिया है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।